स्वदेशी आंदोलन के उद्देश्यों एवं तरीकों को बताते हुए भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन पर इसके प्रभावों का विश्लेषण कीजिये। UPSC NOTE

परिचय: स्वदेशी आंदोलन, आत्मनिर्भरता पर आधारित आंदोलन था जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख भाग था। इसने भारतीय राष्ट्रवाद के विकास में प्रमुख योगदान दिया […]

वैश्विक राजनीति और आर्थिक व्यवस्था पर प्रथम विश्व युद्ध के प्रभावों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। UPSC NOTE

परिचय: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) एक वैश्विक संघर्ष था जिसमें विश्व की अधिकांश प्रमुख शक्तियाँ शामिल थीं और इसके परिणामस्वरूप काफी विनाश हुआ था। इसका […]

18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोप के औद्योगीकरण में योगदान देने वाले कारकों पर चर्चा कीजिये। इस अवधि के दौरान औद्योगीकरण ने यूरोपीय समाज को किस प्रकार प्रभावित किया ? UPSC NOTE

परिचय– औद्योगीकरण का आशय अर्थव्यवस्था को कृषि से विनिर्माण क्षेत्र में बदलने की प्रक्रिया है। इसमें वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के लिये मशीनों, कारखानों […]

इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष के मुद्दे को प्रथम और द्वितीय दोनों विश्व युद्धों के लिये उत्तरदायी ठहराया जा सकता है। UPSC NOTE

परिचय: इजरायल और फिलिस्तीन दोनों देशों के बीच संघर्ष की कथा आरंभ करने से पहले हमें इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को अच्छी तरह से […]

महात्मा गांधी और रवीन्द्रनाथ टैगोर में शिक्षा और राष्ट्रवाद के प्रति सोच में क्या अंतर था? UPSC NOTE

महात्मा गांधी और रवीन्द्रनाथ टैगोर, दोनों भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और विचारक थे। दोनों ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अथक संघर्ष […]

प्राचीन भारत के विकास की दिशा में भौगोलिक कारकों की भूमिका को स्पष्ट कीजिये। UPSC NOTE

प्राचीन भारत के विकास में भौगोलिक कारकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय उपमहाद्वीप के विविध भूगोल, जिसमें इसके पहाड़, नदियाँ और जलवायु शामिल हैं, ने […]

महात्मा गांधी और रवीन्द्रनाथ टैगोर में शिक्षा और राष्ट्रवाद के प्रति सोच में क्या अंतर था? UPSC NOTE

महात्मा गांधी और रवीन्द्रनाथ टैगोर के शिक्षा और राष्ट्रवाद पर अलग-अलग दृष्टिकोण थे। शिक्षा: महात्मा गांधी व्यावहारिक शिक्षा में विश्वास करते थे जो समाज की […]

प्राचीन भारत के विकास की दिशा में भौगोलिक कारकों की भूमिका को स्पष्ट कीजिये। UPSC NOTE

प्राचीन भारत के विकास में भौगोलिक कारकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय उपमहाद्वीप के विविध भूगोल, जिसमें इसके पहाड़, नदियाँ और जलवायु शामिल हैं, ने […]

UPSC NOTES :18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोप के औद्योगीकरण में योगदान देने वाले कारकों पर चर्चा करें। इस काल में औद्योगीकरण ने यूरोपीय समाज को किस प्रकार प्रभावित किया?

18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोप का औद्योगीकरण विभिन्न कारकों का परिणाम था जिन्होंने इसकी तीव्र वृद्धि और विकास में योगदान दिया। कुछ प्रमुख कारकों […]

संयुक्त राज्य अमेरिका में औद्योगिक क्रांति का विस्तृत अवलोकन

संयुक्त राज्य अमेरिका के समग्र उत्पादन और आर्थिक विस्तार को औद्योगिक क्रांति से बहुत सहायता मिली। नतीजतन, संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया की अग्रणी औद्योगिक शक्तियों […]