Hello friends, here you will find all the MATERIAL students related to UPSC IAS who are moving ahead their preparation by staying at home, this […]
Category: HISTORY
UPSC NOTES:बौद्ध धर्म में महायान के उदय की परिस्थितियों की विवेचना कीजिये।
UPSC NOTES:बौद्ध धर्म में महायान के उदय की परिस्थितियां UPSC NOTES:बौद्ध धर्म में महायान शाखा का उदय बौद्ध इतिहास का एक महत्वपूर्ण चरण है। यह […]
UPSC NOTES:भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन में सांस्कृतिक पुनरुत्थान और राजनीतिक प्रतिरोध के बीच जटिल अंतःक्रियाओं पर चर्चा कीजिये।
UPSC NOTES:परिचय भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन (Nationalist Movement) (19वीं-20वीं सदी) न केवल औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध एक राजनीतिक संघर्ष था, बल्कि भारत की पहचान और विरासत को पुनः प्राप्त […]
UPSC NOTES:भारत–चीन संबंधों को बेहतर बनाने में अफगानिस्तान एक महत्त्वपूर्ण कड़ी सिद्ध हो सकता है। वर्तमान के घटनाक्रमों के आलोक में अपनी बात को स्पष्ट करें।
UPSC NOTES:भारत-चीन संबंधों पर अक्सर विवादों का साया मंडराता रहा है। चाहे वह सन् 1962 का ऐतिहासिक प्रसंग हो, समय-समय पर होने वाला सीमा अतिक्रमण […]
UPSC NOTES:भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सविनय अवज्ञा आंदोलन के महत्त्व का आकलन कीजिये। इसकी मुख्य विशेषताएँ और परिणाम क्या थे ?
UPSC NOTES:सविनय अवज्ञा आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में 1930 में शुरू हुआ यह […]
1960 के दशक में शुद्ध खाद्य आयातक से भारत विश्व में एक शुद्ध खाद्य निर्यातक के रूप में उभरा। कारण दीजिये।
भारत 1960 के दशक में भारत का खाद्य आयातक से निर्यातक बनना: एक विस्तृत विश्लेषण 1960 के दशक में भारत ने खाद्यान्न संकट का सामना […]
भक्ति और सूफी आंदोलनों को अक्सर आध्यात्मिक प्राप्ति के समानांतर मार्ग के रूप में देखा जाता है। इनके मूल सिद्धांतों के बीच तुलना एवं अंतर बताते हुए समाज पर इनके प्रभाव की चर्चा कीजिये।
भक्ति और सूफी आंदोलन: एक तुलनात्मक अध्ययन भक्ति और सूफी आंदोलन, दोनों ही मध्यकालीन भारत में उभरे धार्मिक आंदोलन थे, जिन्होंने समाज पर गहरा प्रभाव […]
गुप्तकालीन सिक्काशास्त्रीय कला की उत्कृष्टता उत्तरवर्ती कल में देखने को नहीं मिली। टिप्पणी कीजिये।
गुप्तकालीन (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी तक) को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है। इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और धर्म […]
क्या वर्ष 1857 का सिपाही विद्रोह महज एक सैन्य विद्रोह था या यह औपनिवेशिक भारत में व्याप्त गहन सामाजिक एवं राजनीतिक चिंताओं का परिचायक था ?
1857 का सिपाही विद्रोह: एक गहरा सामाजिक और राजनीतिक विद्रोह 1857 का सिपाही विद्रोह अक्सर केवल एक सैन्य विद्रोह के रूप में देखा जाता है, […]
UPSC HINDI NOTES:1929 ई. में आई विश्वव्यापी आर्थिक मंदी ने लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति लोगों के विश्वास को कम किया, जिसका एक उदाहरण जर्मनी में हिटलर के अधिनायकतंत्र के उदय के रूप में सामने आया। चर्चा कीजिये।
1929 की विश्वव्यापी आर्थिक मंदी और जर्मनी में हिटलर का उदय: लोकतंत्र पर प्रभाव 1929 में आई वैश्विक आर्थिक मंदी ने दुनिया भर में राजनीतिक […]