भारतीय बैंकिंग व्यवस्था का इतिहास भारतीय बैंकिंग प्रणाली के विकास के इतिहास को निम्न भागों में विभाजित किया जा सकता है – प्रथम चरण (प्रारंभ […]
Category: ECONOMICS NOTES
राष्ट्रीय आय की अवधारणाएं एवं प्रति व्यक्ति आय
सकल घरेलू उत्पाद (G.D.P.) किसी देश की घरेलू सीमा के अंदर एक वर्ष में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के मौद्रिक मूल्य को सकल घरेलू […]
भारतीय अर्थव्यवस्था के लक्षण
भारत एक निम्न मध्यम आय वाली विकासशील अर्थव्यवस्था का उदाहरण प्रस्तुत करता है किंतु सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में हो रही तेज वृद्धि के चलते […]
पंचवर्षीय योजनाएं एवं भारतीय कृषि
इसमें देश में खाद्य संकट को दूर करने के उद्देश्य से कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई कुल राजस्व आवंटन का 31% कृषि क्षेत्र को […]
भारतीय कृषि एवं उसकी प्रकृति
भारतीय कृषि एवं उसकी प्रकृति वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या बढ़कर एक अरब 21 करोड़ से अधिक हो गई है इस […]
अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक
अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक सामान्यतः संपूर्ण अर्थव्यवस्था की आर्थिक गतिविधियों को लेखांकित करने के लिए तीन क्षेत्रकों में विभाजित किया गया है- प्राथमिक क्षेत्रक इसके अंतर्गत […]
राष्ट्रीय कृषि नीति
राष्ट्रीय कृषि नीति 2007 राष्ट्रीय कृषि आयोग की सिफारिशों एवं राज्यों के परामर्श पर सरकार द्वारा 6 अगस्त, 2007 को राष्ट्रीय कृषक नीति, 2007 को मंजूरी […]
सार्वजनिक वितरण प्रणाली
सार्वजनिक वितरण प्रणाली कुछ आवश्यक वस्तुओं (गेहूं, चावल, खाद्य तेल, चीनी आदि) को उचित कीमत की दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं में वितरण करने वाली […]
आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास
आर्थिक संवृद्धि आर्थिक समृद्धि से अभिप्राय निश्चित समय अवधि में किसी अर्थव्यवस्था में होने वाली वास्तविक आय में वृद्धि से है | सामान्यतः यदि सकल […]
पूंजी निर्माण, पूंजी उत्पादन अनुपात
पूंजी निर्माण वह प्रक्रिया जिससे बचत व निवेश के द्वारा पूंजी स्टॉक में वृद्धि होती है, पूंजी निर्माण कहलाती है, आधुनिक आर्थिक विकास का मूल […]