कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल
कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल भारत का पहला द्विवार्षिक बिएनेल है, जो वेनिस बिएनले जैसे प्रसिद्ध कला उत्सवों से प्रेरित है तथा दुनिया की नई कलात्मक प्रथाओं को प्रदर्शित करने के लिये एक मंच प्रदान करता है।
केरल में सार्वजनिक कार्रवाई और सार्वजनिक चित्रकारी की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इसे भारत में कलात्मक व्यवसाय के एक केंद्र के रूप में स्थापित करना।भारतीय लोगों के नए आत्मविश्वास को प्रतिबिंबित करना, जो धीरे-धीरे, लेकिन निश्चित रूप से, एक नए समाज का निर्माण कर रहे हैं जिसका उद्देश्य उदार, समावेशी, समतावादी और लोकतांत्रिक होना है।
केरल में प्रचलित महामारी के कारण कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल के पांचवें संस्करण को अगले वर्ष हेतु स्थगित कर दिया गया है।यह अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी पहले 12 दिसंबर से आयोजित होने वाली थी।कोच्चि बिएनेल फाउंडेशन ने सूचित किया है कि एक्सपो को स्थगित करने का निर्णय राज्य में महामारी के चलते लिया गया है।
- यह एक गैर-लाभकारी धर्मार्थ ट्रस्ट है जिसकी स्थापना वर्ष 2010 में बोस कृष्णामचारी और रियास कोमू ने की थी।
- यह भारत में कला एवं संस्कृति और शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु प्रयास करता है; उनमें से कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल की मेजबानी प्रमुख है।
- कोच्चि बिएनेल फाउंडेशन विरासती धरोहरों, स्मारकों के संरक्षण और कला एवं संस्कृति के पारंपरिक रूपों के उत्थान में लगा हुआ है।
- यह फाउंडेशन समकालीन कला बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करने और विविध कार्यक्रमों के माध्यम से संपूर्ण भारत में कला के लिये सार्वजनिक पहुँच को व्यापक बनाने के लिये वर्ष भर कार्य करता है।
- भारत की अतीत और वर्तमान कलात्मक परंपराओं में निहित अप्रकट ऊर्जाओं का पता लगाना तथा सह-अस्तित्त्व और महानगरीयता की एक नई शैली का आविष्कार करना।
प्रोजेक्ट-37
प्रोजेक्ट-37, अरुणाचल प्रदेश सिविल सर्विस, 2016 बैच के अधिकारियों द्वारा एक पहल है, जो राज्य के दूरदराज के ज़िलों में विकास परियोजनाओं हेतु क्राउड फंडिंग कर रहे हैं।
प्रोजेक्ट-37, वर्ष 2016 बैच के 37 अधिकारियों द्वारा (और नाम के बाद) समर्थित एक क्राउड फंडिंग पहल है, जिसके अंतर्गत किसी भी चीज की मरम्मत हेतु धन को एकत्रित किया जाएगा।योजना के अनुसार, प्रत्येक बैचमेट द्वारा मासिक आधार पर 1,500 रुपए का दान किया जाएगा। यह राशि योजना में शामिल व्यक्तियों के खातों से स्वतः डेबिट हो जाएंगे। यह एक यादृच्छिक रोस्टर है और इसमें जीतने वाले विजेता को अपने सर्कल में धन का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। इसमें सुदूरवर्ती क्षेत्रों में माइक्रो-इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, शौचालय, कक्षाओं, फर्नीचर आदि का निर्माण शामिल है।इसमें खिम्यांग जैसे क्षेत्र जो कि चांगलांग के सीमावर्ती ज़िले में स्थित है – को प्राथमिकता दी जाएगी। खिमियांग सर्कल म्यांमार सीमा के पास स्थित है तथा यह बहुत दुर्गम और उग्रवाद की समस्या से ग्रसित है
भारत-ऑस्ट्रेलिया सर्कुलर इकोनामी हैकथॉन
(अटल इन्नोवेशन मिशन), सीएसआईआरओ के साथ मिलकर सर्कुलर अर्थव्यवस्था पर दो दिवसीय भारत-ऑस्ट्रेलिया सर्कुलर इकोनामी हैकथॉन (आई-एसीई) आयोजित करने जा रहा है। हैकथॉन का आयोजन 7 और 8 दिसंबर को किया जाएगा।आई-एसीई का विचार इस साल 4 जून को भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों की बातचीत के दौरान आया जब दोनों नेताओं ने भारत और ऑस्ट्रेलिया में सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों की आवश्यकता जताई।
एसीई के अंतर्गत दोनों देशों के स्टार्टअप और एमएसएमई तथा प्रतिभावान छात्रों द्वारा नए तकनीकी उपायों के विकास और उनकी पहचान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।प्रस्तावित दो दिवसीय हैकथॉन में चार मुख्य थीम होंगी:
- पैकिंग अपशिष्ट में कमी लाने हेतु कम संसाधनों से पैकिंग के क्षेत्र में नवाचार
- खाने की बर्बादी कम करने के लिए खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में हेतु नवाचार
- प्लास्टिक अपशिष्ट को कम करने के लिए अवसरों का सृजन
- जटिल ऊर्जा धातु और वेस्ट रीसाइक्लिंग
इस अवसर पर उपस्थित नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार ने कहा कि यह कम संसाधनों से हमारी अर्थव्यवस्था को बेहतर करने और पर्यावरण के अनुकूल आर्थिक विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने ऑस्ट्रेलिया के शोध और विकास के साथ भारत के किफायती और वृहद स्तर के नवाचार क्षेत्र की साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह समय की मांग है कि हम टिकाऊ और नए तौर तरीकों को अपनाएं और सर्कुलर अर्थव्यवस्था की तरफ आगे बढ़ें।
ऑस्ट्रेलिया के शोध और विकास के साथ भारत के किफायती और वृहद् स्तर के नवाचार क्षेत्र की साझेदारी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह समय की मांग है कि हम सतत् और नए तौर तरीकों को अपनाएँ और सर्कुलर अर्थव्यवस्था की तरफ आगे बढ़ें।
राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
- सतर्कता जागरूकता सप्ताह 27 अक्टूबर, 2020 से 2 नवंबर, 2020 तक, “सतर्क भारत समृद्ध भारत” थीम के तहत मनाया जाएगा।
- शिक्षा मंत्रालय ने THE और QS रैंकिंग के संकेतकों के साथ प्रख्यात संस्थानों को मैप करके एक प्रोत्साहन तंत्र विकसित किया
- हाथरस केस: सर्वोच्च न्यायालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय को CBI जांच की निगरानी करने का आदेश दिया
- 27 अक्टूबर, 2020 को भारतीय सेना ने इन्फेंट्री दिवस मनाया
- केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया द्वारा वीओ चिदंबरनार पोर्ट पर “डायरेक्ट पोर्ट एंट्री फैसिलिटी” का उद्घाटन किया गया
- पीएम मोदी ने चतुर्थ इंडिया एनर्जी फोरम में उद्घाटन भाषण दिया
अंतर्राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
- नासा के SOFIA एयरक्राफ्ट ने चांद पर सूरज की रोशनी वाली सतह में पानी का पता लगाता
- भारत-अमेरिका आज नई दिल्ली में आयोजित होने वाली 2 + 2 वार्ता में BECA समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे
- लोकसभा अध्यक्ष ने 6वेंब्रिक्स संसदीय मंच में भाग लेने के लिए भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया
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