UPSC HINDI NOTES काले धन की उत्पत्ति रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए जाने वाले नवीन कदम
काला धन, जिसे अघोषित आय के रूप में भी जाना जाता है, भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा है। यह कर चोरी, भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों से उत्पन्न होता है।
काले धन की उत्पत्ति को रोकने के लिए, सरकार को बहुआयामी रणनीति अपनाने की आवश्यकता है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं काला धन भूमिगत अर्थव्यवस्था सृजित करता है जिससे राष्ट्रीय आय एवं GDP से संबंधित आँकड़ों का सही आकलन कर पाना मुश्किल हो जाता है और अर्थव्यवस्था की गलत तस्वीर प्रस्तुत होती है। इससे नीति निर्माण में सटीकता नहीं आ पाती।
1. डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना
- डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना।
- कैश-आधारित लेनदेन पर कर लगाना।
- ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देना और सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराना।
2. कर प्रणाली को सरल बनाना
- कर दरों को कम करना और कर कोड को सरल बनाना।
- कर अनुपालन को आसान बनाना और करदाताओं को प्रोत्साहन देना।
- कर चोरी पर कड़ी कार्रवाई करना।
3. बेनामी लेनदेन पर रोक
- बेनामी संपत्ति अधिनियम को मजबूत करना।
- वित्तीय लेनदेन की पारदर्शिता बढ़ाना।
- मनी लॉन्ड्रिंग पर रोकथाम के उपायों को मजबूत करना।
4. कानून प्रवर्तन को मजबूत करना
- भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसियों को मजबूत करना।
- काले धन के मामलों की जांच के लिए विशेष इकाइयों का गठन करना।
- आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना।
5. जागरूकता बढ़ाना
- नागरिकों को काले धन के खतरों के बारे में शिक्षित करना।
- कर अनुपालन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
- ईमानदार और पारदर्शी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना।
इन कदमों के अलावा, सरकार को निम्नलिखित पर भी विचार करना चाहिए
- विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने के लिए प्रभावी उपाय करना।
- राजनीतिक दलों द्वारा चुनावों में काले धन के उपयोग पर रोक लगाना।
- मीडिया और नागरिक समाज को काले धन के खिलाफ लड़ाई में शामिल करना।
काले धन की उत्पत्ति को रोकना एक जटिल चुनौती है, लेकिन सरकार, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र के समन्वित प्रयासों से इसे हराया जा सकता है। यद्यपि वर्तमान में सरकार काला धन अधिनियम, बेनामी लेनदेन (संशोधन) अधिनियम, आय घोषणा योजना, विमुद्रीकरण, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जैसे कदमों के माध्यम से काला धन सृजन रोकने के प्रयास कर रही है, फिर भी उपर्युक्त सुझावों पर ध्यान देकर इन प्रयासों को और गति दी जा सकती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल सुझाव हैं और इनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए विस्तृत अध्ययन और अनुसंधान की आवश्यकता होगी।