यूनियन पब्लिस सर्विस कमिशन upsc की सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स को वजीफे के रूप में 7,500 रुपये महीना की वित्तीय मदद दी जाएगी.
upsc करने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। तमिलनाडु सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को UPSC की तैयारी के लिए हर महीने 7500 रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता 10 महीनों तक दी जाएगी।
इस योजना के तहत, तमिलनाडु के सभी जिलों से 1000 छात्रों को चुना जाएगा। चुने गए छात्रों को 7500 रुपए की वित्तीय सहायता हर महीने दी जाएगी। यह सहायता राशि छात्रों को पुस्तकों, कोचिंग फीस, और अन्य खर्चों के लिए दी जाएगी।
इस योजना की घोषणा तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने की है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को UPSC की तैयारी करने में मदद करना है।
इस योजना की घोषणा से तमिलनाडु के छात्रों में खुशी की लहर है। छात्रों का कहना है कि इस योजना से उन्हें UPSC की तैयारी करने में काफी मदद मिलेगी।
यह योजना तमिलनाडु के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को UPSC की तैयारी करने के लिए एक अच्छा मौका मिलेगा।
विस्तृत विवरण:
यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक वरदान है। इस योजना से वे बिना किसी आर्थिक चिंता के UPSC की तैयारी कर सकेंगे। यह योजना छात्रों को पुस्तकों, कोचिंग फीस, और अन्य खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी। इससे छात्रों को UPSC की तैयारी के लिए अधिक समय और ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इसकी घोषणा की है. यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं की संख्या और बढ़े इसके लिए उन्हें स्टाइपेंड की सुविधा मिलेगी. राज्य के 1000 युवाओं को स्टाइपेंड का लाभ मिलेगा. राज्य सरकार के इस फैसले की सराहना हो रही है.
उदाहरण:
एक उदाहरण के रूप में, मान लीजिए कि एक छात्र आर्थिक रूप से कमजोर है और उसके पास UPSC की तैयारी के लिए पर्याप्त धन नहीं है। इस योजना के तहत, वह हर महीने 7500 रुपए की वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकता है। इससे वह पुस्तकों, कोचिंग फीस, और अन्य खर्चों को पूरा कर सकता है। इससे उसे UPSC की तैयारी के लिए अधिक समय और ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
विस्तार:
इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को UPSC की तैयारी करने के लिए कई लाभ होंगे। इनमें शामिल हैं:
- वित्तीय सहायता: यह योजना छात्रों को पुस्तकों, कोचिंग फीस, और अन्य खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी। इससे उन्हें UPSC की तैयारी के लिए अधिक समय और ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
- मनोबल बढ़ावा: यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को UPSC की तैयारी करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इससे उन्हें यह विश्वास होगा कि वे भी UPSC की परीक्षा में सफल हो सकते हैं।
- समान अवसर: यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को अन्य छात्रों के साथ समान अवसर प्रदान करेगी। इससे उन्हें UPSC की परीक्षा में सफल होने का बेहतर मौका मिलेगा।
कुल मिलाकर, यह योजना तमिलनाडु के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना उन्हें UPSC की तैयारी करने के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करेगी।
1,000 छात्रों को 7,500 रुपये दिए जाएंगे
उदयनिधि स्टालिन ने सिविल सेवा अभ्यर्थियों को वजीफे के रूप में 7,500 रुपये महीने की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की. इसके माध्यम से 10 महीनों के लिए 1,000 छात्रों को 7,500 रुपये दिए जाने हैं. उन्होंने कहा कि यूपीएससी परीक्षा में हमारे राज्य के युवाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बहुत कम है जो चौंकाने वाला है.
युवाओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र शुरू
एक समय केंद्र सरकार की नौकरियों में तमिलनाडु के युवाओं की संख्या 10 प्रतिशत थी, लेकिन 2016 के बाद, अब यह हो गई है घटकर केवल 5 प्रतिशत रह गया. यही कारण है कि हमने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए युवाओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए और अब हम उन्हें वित्तीय सहायता वितरित करते हैं.