लोक सभा सचिवालय का विक्रय फलक मुख्य संसद भवन के सामने स्वागत कार्यालय, संसद भवन में स्थित है।
यह सदस्यों, सरकारी विभागों/मंत्रालयों और आम जनता की संसदीय प्रकाशनों संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करता है । संसदीय प्रकाशनों का अर्थ है लोक सभा सचिवालय द्वारा निकाले गए प्रकाशन और इसमें लोक सभा वाद-विवाद (साइक्लोस्टाइल्ड और मुद्रित), कार्य-सूची, मौखिक और लिखित उत्तरों वाले प्रश्नों की सूचियां, समाचार भाग एक व भाग दो, लोक सभा वाद-विवाद का सारांश (अर्थात् प्रश्नों और उत्तरों से भिन्न लोक सभा की कार्यवाहियां), संसदीय समितियों के प्रतिवेदन, लोक सभा में यथापुरःस्थापित और दोनों सभाओं द्वारा पारित विधेयक, लोक सभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन नियम, लोक सभा के प्रक्रिया नियमों के अंतर्गत अध्यक्ष द्वारा निदेश, लोक सभा सदस्यों की निर्देशिका इत्यादि शामिल हैं।
13वीं लोक सभा, संविधान सभा के वाद-विवाद (पांच जिल्दबंद पुस्तकें, अंग्रेजी संस्करण, चौथा संस्करण, पुनर्मुद्रण 2003) और (दस जिल्दबंद पुस्तकें, हिन्दी संस्करण, चौथा संस्करण पुनर्मुद्रण 1994), सदस्य परिचय, ग्लॉसरी ऑफ इंडियन्स, असंसदीय अभिव्यक्ति, भारत सरकार में उत्तरदायित्वों का निर्धारण तथा संसदीय प्रक्रिया पर विभिन्न अन्य प्रकाशन, आदि । विक्रय फलक पर विक्रय का कार्य सामान्यतः पूर्वाह्न 10.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे तक होता है । विक्रय फलक से प्रकाशनों को प्राप्त करने की प्रक्रिया आगामी अनुच्छेदों में दी गई है।
विक्रय फलक पर बिक्री
ग्राहकों (सरकारी या प्राइवेट व्यक्ति) को विक्रय फलक पर बिक्री केवल नकद भुगतान पर की जाती है और प्राप्त की गई राशि की रसीद जारी की जाती है।
मनी ऑर्डर/पोस्टर ऑर्डर के माध्यम से और अग्रिम भुगतान के द्वारा प्रकाशनों का विक्रय
संसदीय प्रकाशनों की आपूर्ति के लिए सरकारी विभागों/मंत्रालयों को छोड़कर बाहर के ग्राहकों से प्राप्त अनुरोध पर प्रकाशनों की आपूर्ति उनकी कीमत और डाक व्यय अग्रिम रूप में प्राप्त होने पर की जाती है । कीमत और डाक व्यय के लिए इस सचिवालय को भेजी जाने वाली वास्तविक राशि की सूचना ग्राहकों से अनुरोध प्राप्त होने पर उन्हें दी जाती है । यह राशि सहायक निदेशक (विक्रय), लोक सभा सचिवालय, संसदीय सौध, नई दिल्ली को मनी ऑर्डर/बैंक ड्राफ्ट द्वारा भेजी जाती है । सभी स्थितियों में डाक व्यय मांगकर्त्ता द्वारा वहन किया जाएगा।
विदेशों में ग्राहकों के साथ लेन-देन
विदेशों के ग्राहकों से संसदीय प्रकाशनों और पतों की आपूर्ति के लिए प्राप्त अनुरोधों को भी सहायक निदेशक (विक्रय), लोक सभा सचिवालय, संसदीय सौध, नई दिल्ली के पक्ष में भारतीय रिजर्व बैंक, नई दिल्ली पर आहरित बैंक ड्राफ्ट के रूप में प्रकाशनों की कीमत तथा उनके प्रेषण पर लगने वाले संभावित डाक खर्च की राशि प्राप्त होने पर की जाती हे । भुगतान विदेशी मनी ऑर्डर से भी स्वीकार किया जाता है।
जमा खाते से बिक्री
जो ग्राहक (सरकार या प्राइवेट व्यक्ति) संसदीय प्रकाशन, जैसे लोक सभा में यथा पुरःस्थापित और संसद की दोनों
सभाओं द्वारा यथा पारित विधेयक जिनके लिए लोक सभा द्वारा राष्ट्रपति की अनुमति प्राप्त की जाती है, विधेयकों पर संयुक्त और प्रवर समिति के प्रतिवेदन, प्राक्कलन समिति के प्रतिवेदन, लोक लेखा समिति और सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों संबंधी समिति के प्रतिवेदन, अन्य संसदीय समितियों के प्रतिवेदन, लोक सभा वाद-विवाद (प्रश्नों और उनके उत्तरों को छोड़कर कार्यवाही) का सारांश के लिए नियमित डाक सूची में शामिल होना चाहते हैं; उनके लिए यह अपेक्षित है कि वे अपनी आवश्यकतानुसार एक नियत राशि (2000/- रुपये मात्र) अग्रिम राशि के रूप में जमा करें । इस राशि से संबंधित पक्ष के नाम से एक जमा खाता खोला जाता है और प्रकाशनों को पंजीकृत डाक से भेजा जाता है तथा विक्रय संबंधी सूचना प्राप्त होते ही प्रकाशनों की कीमत और उस पर लगने वाले डाक खर्च को उनके जमा खाता में खर्चे में लिखा दिया जाता है । यदि ग्राहक चाहें, तो उनके जोखिम पर प्रकाशनों को साधारण बुक पोस्ट से भी भेजा जाता है । जमा खाता समाप्त होने से ठीक पूर्व उसमें धनराशि जमा किए जाने की आवश्यकता होती है।
पत्रिकाओं की आपूर्ति
वर्तमान में विभिन्न संसदीय विषयों पर ऐसी 5 पत्रिकाएं हैं जो एक कैलेण्डर वर्ष के दौरान वार्षिक/त्रैमासिक रूप में 17 अंकों में जारी की जाती हैं । संसदीय पत्रिकाओं के लिए वार्षिक अभिदान एक कैलेण्डर वर्ष के अनुसार 31 मार्च तक स्वीकार किया जाता है । ग्राहकों को पत्रिकाएं साधारण बुक पोस्ट से भेजी जाती हैं और डाक प्रभार क्रेता द्वारा वहन किया जाता है । 31 मार्च के पश्चात्, वार्षिक अभिदान स्वीकार नहीं किया जाता है तथा पत्रिकाओं की प्रतियों की बिक्री, स्टॉक में उपलब्ध रहने पर, तदर्थ आधार पर की जाती है।
लोक सभा सचिवालय द्वारा जारी स्मृति चिह्नों की बिक्री
विक्रय फलक, संसद भवन स्वागत कार्यालय में स्मृति चिह्नों की 30 मदें हैं जिन्हें नकद भुगतान पर प्राप्त किया जा सकता है । स्मृति चिह्न डाक से नहीं भेजे जाते हैं क्योंकि रास्ते में इनके क्षतिग्रस्त होने की संभावना रहती है।
सदस्यों की अर्द्धसरकारी लेखन सामग्री
सदस्यों की अर्द्ध-सरकारी लेखन-सामग्री का विक्रय सामान्यतः प्रकाशन फलक पर नकद भुगतान करने पर किया जाता है। सदस्य अपनी अर्द्ध-सरकारी लेखन-सामग्री उधार के आधार पर ले सकते हैं जिसकी राशि उनके वेतन से काट ली जाती है।
बजट पत्रों की बिक्री
बजट लोक सभा में पेश किए जाने के बाद बजट सेटों की बिक्री विक्रय फलक, संसद भवन स्वागत कार्यालय में की जाती है । बजट सेटों की बिक्री के लिए अग्रिम बुकिंग एक सप्ताह पहले से ही शुरू कर दी जाती है।
प्राधिकृत एजेंटों के द्वारा बिक्री
ग्राहकों की सुविधा के लिए संसदीय प्रकाशनों की बिक्री के लिए विभिन्न राज्यों में प्रसिद्ध पुस्तक विक्रेताओं को एजेंटों के रूप में नियुक्त किया गया है।
संसदीय प्रकाशनों का हैण्डआउट
संसदीय प्रकाशनों और स्मृति चिह्नों का हैण्डआउट विक्रय अनुभाग, संसदीय सौध, नई दिल्ली से विशिष्ट अनुरोध पर नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकता है।