दिल्ली पुलिस में तैनात एएसआई जसवीर राणा की बेटी रूपल राणा ने यूपीएससी की परीक्षा में 26वां रैंक हासिल किया है. जसवीर राणा तिलक नगर थाने में एएसआई के पद पर तैनात हैं. मूल रूप से रूपल राणा उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ोद की रहने वाली है. लगातार तीन असफलताओं के बाद आखिरकार उन्होंने इस यूपीएससी परीक्षा में सफलता का परचम लहरा दिया है.
यूपीएससी के जरिए आईएएस और आईपीएस बनने का सपना हर साल ना जाने कितने लोग देखते होंगे। कुछ का सपना हकीकत बन जाता है और कुछ का सपना ही रह जाता है। लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने सपने को अपनी जिद बना लेते हैं और जब तक, उनकी ये जिद पूरी ना हो जाए, पूरी शिद्दत से उसे पूरा करने में जुटे रहते हैं।
यूपीएससी परीक्षा में रूपल राणा की कामयाबी से उनके परिवार में खुशी का माहौल है. मीडिया से खास बातचीत में रूपल राणा ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैंने यूपीएससी की परीक्षा पास की हैं. मैं लगातार चार-पांच साल से इसकी तैयारी कर रही थी, लेकिन मैं बेहद खुश हूं कि आखिरकार हमने कड़ी मेहनत की बदौलत यह परीक्षा पास कर ली है. मेरी प्राइमरी और सेकेंडरी एजुकेशन बागपत जिले से हुई. मैंने बारहवीं पलानी, राजस्थान से की, उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया.’
बागपत जनपद के बड़ौत की बेटी रूपल राणा ने भी कुछ ऐसा ही करके दिखाया। वह दो प्रयास में असफल हुईं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। जब भी रूपल निराश होंती, मां अंजू राणा उसका हौसला बढ़ातीं। मां का सपना था कि उसकी बेटी कामयाब हो, लेकिन कहते हैं कि कभी-कभी किस्मत भी आपकी कड़ी परीक्षा लेती है।
रूपल राणा ने आगे कहा, ‘जब मैं कालेज में थी, तभी मैंने तय किया था कि मैं यूपीएससी परीक्षा पास करके आईएएस अधिकारी बनना है. मेरे माता-पिता इस मेरे जीवन में अहम कड़ी रहे, जिनकी वजह से मैं यह सफलता हासिल कर पाई हूं. जब भी मैंने कभी भी उतार-चढ़ाव महसूस किया, मेरे माता-पिता ढाल बनकर मेरे साथ खड़े रहे.
मुख्य परीक्षा पास की लेकिन मां को खोया
कड़ी मेहनत के बाद रूपल ने यूपीएससी की मुख्य परीक्षा पास की। रूपल ने इसके लिए 15 से 16 घंटे पढ़ाई की। घर में खुशी का माहौल था, लेकिन तकरीबन ढाई महीने पहले रूपल की मां अंजु राणा का बीमारी के चलते निधन हो गया। मां के निधन से रूपल अंदर से टूट गईं लेकिन दिल्ली पुलिस में दरोगा पिता जसवीर राणा ने उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि बेटी तुम्हारी कामयाबी ही तुम्हारी मां को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वहीं रूपल राणा के छोटे भाई ऋषभ राणा का कहना है कि, आज परिवार में बहुत ही खुशी का दिन है. उनकी बहन ने काफी मेहनत की थी. पहले तीन परीक्षाओं में उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी. वह काफी निराशा रहती थीं, लेकिन हम दोनों भाई-बहनों ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया, जिसके बाद आज उन्होंने यह परीक्षा पास करके परिवार के लोगों के चेहरे पर खुशी ला दी है. ऋषभ ने कहा, पहली बार मेरे परिवार में किसी ने इतने बड़े एग्जाम को क्लियर किया है. मैं भी अपनी बड़ी बहन से बहुत कुछ सीखता हूं.
वहीं रूपल राणा के पिता जसवीर सिंह राणा का कहना है कि, आज उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने यूपीएससी की परीक्षा में 26वां रैंक हासिल किया. उसने अपने पिता का नाम रोशन किया है. बेटी ने दिन-रात मेहनत की. उसने लगातार चार-पांच साल तक लगातार 14-15 घंटे पढ़ाई करती थी. बेटी की यूपीएससी तैयारी में उसकी मां का बड़ा योगदान था. उन्होंने कहा, बीते दिनों हार्ट अटैक से मेरी पत्नी की मौत हो गई थी. अगर पत्नी साथ होतीं तो यह खुशी दोगुनी हो जाती.