महुआ मोइत्रा टीएमसी की मुखर नेता हैं साथ ही वो पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से सांसद हैं। महुआ ने 2008 में राजनीति में उतरने के लिए प्राइवेट क्षेत्र की प्रसिद्ध कंपनी जेपी मॉर्गन के वायस प्रेसिडेनट पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने करीमपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उसके बाद पार्टी में उनका कद बढ़ता चला गया और 2019 में उन्हें ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव का टिकट दिया। ममता की उम्मीदों पर वो पूरी तरह खरी उतरीं और कृष्णानगर सीट से सांसद बनीं।
अमेरिका से की पढ़ाई
टीएमसी के टिकट से महुआ मोइत्रा ने 2019 लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से जीत हासिल की. महुआ का जन्म असम के कछार जिले में साल 1974 में हुआ. महुआ ने अपनी पढ़ाई राजधानी कोलकाता से की है. शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद महुआ को उनके परिवार ने आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका भेज दिया. टीएमसी सांसद ने मैसाचुसेट्स में माउंट होलोके कॉलेज साउथ हैडली से 1998 में अर्थशास्त्र और मैथ्स में ग्रेजुएशन किया.
लंदन और न्यूयॉर्क में किया काम
महुआ ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रतिष्ठित बैंकिंग कंपनी जेपी मॉर्गन चेज में काम किया. उन्होंने न्यूयॉर्क और लंदन दोनों ही जगह काम किया. वह एक अच्छे पद तक पहुंच भी गई थीं. यहां पर वह करोड़ों रुपये की सैलरी पर काम कर रही थीं. जेपी मॉर्गन में काम करने वाले इंवेस्टमेंट बैंकर की औसत सैलरी 1.21 लाख डॉलर से ज्यादा है, जो भारतीय रुपये में एक करोड़ रुपये से ज्यादा है. अनुभव के साथ सैलरी करोड़ों में पहुंच जाती है.
कैसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर?
महुआ को लंदन और न्यूयॉर्क में काम करके मजा नहीं आ रहा था. वह अब राजनीति का हिस्सा बनकर लोगों की सेवा करनी चाहती थीं. इसलिए उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया. 2009 में वह कांग्रेस में शामिल हो गईं. हालांकि, एक साल के भीतर ही कांग्रेस से उनका मोहभंग हुआ और उन्होंने 2010 में टीएमसी में जाने का फैसला किया. टीएमसी में आकर ही उनका राजनीतिक करियर का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर चढ़ता चला गया.
टीएमसी ने 2016 में नाडिया जिले के करीमपुर विधानसभा सीट से उन्हें टिकट दिया और महुआ यहां से सुनकर विधानसभा पहुंचीं. टीएमसी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और फिर तीन साल बाद हुए 2019 लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टिकट दिया. महुआ ने भी पार्टी को निराश नहीं किया और यहां से जीत हासिल की. इस तरह वह पहली बार लोकसभा में पहुंचीं.
पति को दिया तलाक
महुआ मोइत्रा ने डेनमार्क के रहने वाले एक फाइनेंसर लॉर्स ब्रॉर्सन से शादी की. लेकिन ये शादी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई और फिर दोनों ने एक-दूसरे को तलाक दे दिया. महुआ के एक और पूर्व पार्टनर का नाम दिनों चर्चा में है. इस शख्स का नाम जय अनंत देहद्राई है, जो सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं. महुआ ने इनके ऊपर मानहानि का केस भी किया हुआ है. फिलहाल महुआ दिल्ली में अकेले ही रहती हैं.