भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी और आईआईटी रूड़की से स्नातक हिमांशु त्यागी ने हाल ही में इस बारे में व्यावहारिक सुझाव साझा किए कि कैसे व्यक्ति खुद को “निर्मित प्रतिभा” में बदल सकते हैं। पहले ऊर्जा क्षेत्र में काम कर चुके त्यागी का करियर परिवर्तन उनकी विविध पृष्ठभूमि और अनुभवों को दर्शाता है।
त्यागी ने “जन्मजात-प्रतिभाशाली” बनाम “निर्मित-प्रतिभाशाली” की धारणा पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। वह आईआईटी में कोचिंग के दौरान हुई एक घटना का जिक्र करते हैं, जहां अपनी असाधारण योग्यता के लिए जाने जाने वाले एक छात्र को “जन्मजात प्रतिभाशाली” माना जाता था। हालाँकि, करीब से बातचीत करने पर, त्यागी को पता चला कि छात्र की प्रतिभा जन्मजात नहीं थी, बल्कि जानबूझकर किए गए प्रयासों के माध्यम से विकसित की गई थी – जैसा कि वह कहते हैं, एक “निर्मित-प्रतिभा”। तो, कोई व्यक्ति “निर्मित-प्रतिभाशाली” बनने की यात्रा कैसे शुरू कर सकता है? त्यागी ने पाँच प्रमुख कदम बताए:

- निरंतर अभ्यास: आम धारणा के विपरीत, विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभाशाली माने जाने वाले लोग निरंतर अभ्यास के माध्यम से अपनी क्षमता हासिल करते हैं। चाहे वह गणित, विज्ञान में महारत हासिल करना हो या खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना हो, लगातार और समर्पित अभ्यास आवश्यक है।
- अनुकूल वातावरण: कड़ी मेहनत से परे, प्रतिभा के पोषण के लिए अनुकूल वातावरण बनाना महत्वपूर्ण है । इसमें विकर्षणों को दूर करना और निर्बाध फोकस और निरंतर अभ्यास की सुविधा के लिए उपयुक्त उपकरणों का लाभ उठाना शामिल है।
- नियमित प्रतिक्रिया: सबसे बुनियादी संदेहों पर भी प्रतिक्रिया मांगना अमूल्य है। यह निरंतर विकास और सुधार को बढ़ावा देते हुए नए दृष्टिकोण और आयामों के द्वार खोलता है।
- स्वयं को चुनौती दें: चुनौतियों को स्वीकार करें और जैसे-जैसे आप आगे बढ़ें कठिनाई का स्तर बढ़ाएँ। त्यागी कौशल को निखारने और समझ को गहरा करने के लिए उन्नत स्तर की सामग्रियों से निपटने के महत्व पर जोर देते हैं।
- सतत सीखना: निपुणता एक सतत यात्रा है। यहां तक कि जब कोई विशेषज्ञता हासिल कर लेता है, तब भी सीखने की प्रक्रिया कभी बंद नहीं होती। त्यागी सतत विकास और जिज्ञासा की मानसिकता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करते हैं।
IFS हिमांशु त्यागी ने X के जरिए यूपीएससी एस्पिरेंट्स के लिए तैयारी के टिप्स साझा किए। उन्होंने लिखा, “मेरी यूपीएससी तैयारी और फुल टाइम नौकरी के सफर से सुनहरे सुझाव।” उन्होंने आगे पांच टिप्स दिये। उन्होंने बताया कि वह सुबह 3:30 बजे उठते थे और चार घंटे पढ़ाई करते थे। इतना ही नहीं, वो शाम को ऑफिस के बाद भी कुछ घंटे पढ़ाई करते थे।
इस तरह किया समय का मैनेजमेंट
अपने ऑफिस आने-जाने के रास्ते में लगने वाले समय का सदुपयोग कर वह यात्रा के दौरान विडियो लेक्चर देखते थे। उन्होंने अपने मोबाइल और पर्सनल कंप्यूटर पर अध्ययन सामग्री भी रखी ताकि उन्हें मिलने वाले हर छोटे ब्रेक में रिवीजन किया जा सके। अंत में, उन्होंने कहा कि वीकेंड वाले दिन, वह 10 घंटे तक पढ़ते थे।
अपने पोस्ट के अंत में उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति एक से दो साल तक इस दिनचर्या का पालन करता है, तो उन्हें अपनी तैयारी पर विश्वास हो जाएगा।
यह पोस्ट 2 दिसंबर को शेयर किया गया था। पोस्ट होने के बाद से यह सवा लाख से अधिक बार देखा गया और 2,000 से अधिक लाइक्स के साथ वायरल हो गया है। कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं साझा करने के लिए इस पोस्ट पर कमेंट भी किए हैं। लोगों ने इस स्ट्रेटेजी की तारीफ की और कई ने इसे साझा करने के लिए त्यागी को धन्यवाद भी बोला। यहां ट्वीट पर एक नजर डालें:
Golden tips from my UPSC prep and full-time job saga:
— Himanshu Tyagi (@Himanshutyg_ifs) December 2, 2023
– Wake up at 3:30 am and study for 4 hours.
– Study for 1/2 hr in the evening after office.
– Watch study videos while travelling to the workplace.
– Keep study material on mobile/PC, Study in every small break you get at…