UPSC Prelims और Mains में क्या अंतर है? जानें पूरी जानकारी

UPSC Prelims और Mains में क्या अंतर है? जानें पूरी जानकारी

भारत में सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Examination) देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview)। लेकिन अक्सर उम्मीदवारों के मन में यह सवाल रहता है कि UPSC Prelims और Mains में क्या अंतर है? इस लेख में हम इन दोनों के बीच के अंतर को विस्तार से समझेंगे ताकि आप अपनी तैयारी को सही दिशा दे सकें।


UPSC Prelims क्या है?

UPSC प्रारंभिक परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण है। यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है, जिसका उद्देश्य उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए छांटना है। Prelims में दो पेपर होते हैं:

  1. सामान्य अध्ययन पेपर-I (GS Paper-I)
    • इसमें इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विज्ञान और समसामयिक घटनाओं जैसे विषय शामिल हैं।
    • कुल अंक: 200
    • प्रश्नों की संख्या: 100
    • समय: 2 घंटे
  2. सामान्य अध्ययन पेपर-II (CSAT)
    • यह योग्यता आधारित पेपर है, जिसमें तर्कशक्ति, गणित, समझ और निर्णय लेने की क्षमता का परीक्षण होता है।
    • कुल अंक: 200
    • प्रश्नों की संख्या: 80
    • समय: 2 घंटे

खास बात: CSAT पेपर केवल क्वालिफाइंग होता है, इसके लिए न्यूनतम 33% अंक चाहिए। Prelims के अंक अंतिम मेरिट में नहीं जोड़े जाते।


UPSC Mains क्या है?

UPSC मुख्य परीक्षा दूसरा चरण है और यह उन उम्मीदवारों के लिए होती है जो Prelims में सफल होते हैं। यह एक लिखित परीक्षा है, जो उम्मीदवारों के ज्ञान, विश्लेषणात्मक क्षमता और लेखन कौशल का मूल्यांकन करती है। Mains में कुल 9 पेपर होते हैं:

  1. दो क्वालिफाइंग पेपर:
    • पेपर A: भारतीय भाषा (300 अंक)
    • पेपर B: अंग्रेजी (300 अंक)
  2. सात मेरिट आधारित पेपर:
    • निबंध (250 अंक)
    • सामान्य अध्ययन I (250 अंक) – इतिहास, भूगोल, समाज
    • सामान्य अध्ययन II (250 अंक) – शासन, संविधान, अंतरराष्ट्रीय संबंध
    • सामान्य अध्ययन III (250 अंक) – अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विज्ञान
    • सामान्य अध्ययन IV (250 अंक) – नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा
    • वैकल्पिक विषय पेपर I (250 अंक)
    • वैकल्पिक विषय पेपर II (250 अंक)

कुल अंक: 1750 (मेरिट के लिए)
खास बात: Mains के अंक अंतिम मेरिट में जोड़े जाते हैं और यह उम्मीदवार की रैंक निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


UPSC Prelims और Mains में मुख्य अंतर

पहलूPrelimsMains
प्रकृतिवस्तुनिष्ठ (MCQ)वर्णनात्मक (लिखित)
उद्देश्यस्क्रीनिंग टेस्टगहन मूल्यांकन
पेपर की संख्या29
कुल अंक4001750 (मेरिट के लिए)
विषयसामान्य अध्ययन और CSATGS, निबंध, वैकल्पिक विषय, भाषा
मेरिट में योगदाननहींहां
कठिनाई स्तरबुनियादी समझविश्लेषण और गहराई

तैयारी में अंतर

  • Prelims के लिए: NCERT की किताबें, समसामयिक घटनाएं, और प्रैक्टिस टेस्ट पर ध्यान दें। समय प्रबंधन और सटीकता महत्वपूर्ण है।
  • Mains के लिए: गहन अध्ययन, उत्तर लेखन का अभ्यास, और वैकल्पिक विषय पर पकड़ जरूरी है। समाचार पत्र और रिपोर्ट्स का नियमित विश्लेषण करें।

निष्कर्ष

UPSC Prelims और Mains दोनों ही अपने तरीके से महत्वपूर्ण हैं। जहां Prelims आपका पहला पड़ाव है, वहीं Mains आपकी सफलता की नींव रखता है। दोनों के लिए अलग-अलग रणनीति और समर्पण की जरूरत होती है। अगर आप सही दिशा में तैयारी करें, तो UPSC का सपना सच हो सकता है।

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