12 घंटे की नौकरी के साथ UPSC की तैयारी: परमिता मालाकार की प्रेरणादायक कहानी


UPSC की तैयारी करना अपने आप में एक चुनौती है, लेकिन जब इसके साथ नौकरी भी हो, तो यह सफर और मुश्किल हो जाता है। पश्चिम बंगाल की परमिता मालाकार की कहानी उन सभी UPSC aspirants के लिए एक मिसाल है, जो नौकरी के साथ UPSC का सपना देख रहे हैं।

UPSC Success Story : परमिता ने परिवार को सपोर्ट करने के लिए ग्रेजुएशन के तुरंत बाद जॉब शुरू कर दी थी.

परमिता मालाकार: UPSC की राह में संघर्ष और सफलता

परमिता मालाकार ने 12 घंटे की जॉब के साथ अपनी UPSC की तैयारी शुरू की। 2012 में Physics में B.Sc (Hons) की डिग्री लेने के बाद, उन्होंने पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए BPO में नौकरी की और फिर TCS में कदम रखा। लेकिन UPSC की तैयारी उनके मन में थी, और उन्होंने 2018 में इस कठिन सफर की शुरुआत की।

नौकरी के साथ UPSC की तैयारी कैसे करें?

परमिता बताती हैं कि TCS में 12 घंटे की नौकरी के बाद पढ़ाई के लिए बहुत कम समय मिलता था। लेकिन समय की कमी के बावजूद, उन्होंने हर दिन पढ़ाई की। कई बार असफल हुईं, लेकिन हर बार उन्होंने कुछ नया सीखा। उनके लिए self-doubt ने भी एक प्रेरक भूमिका निभाई, जिसने उन्हें और भी अधिक परीक्षाएं देने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद की।

UPSC Preparation Tips for Working Professionals:

  1. Structured Approach अपनाएं: परमिता का मानना है कि नौकरी के साथ UPSC की तैयारी में एक structured approach होना बहुत जरूरी है। उन्होंने अपनी असफलताओं से सीखा कि focus और consistency महत्वपूर्ण हैं।
  2. Mock Tests are Game Changers: परमिता ने अपने UPSC mains की तैयारी के दौरान Kolkata में कोचिंग जॉइन की और लगभग 28 mock tests दिए। यह उनकी सफलता में गेम चेंजर साबित हुआ।
  3. Past Year Papers हल करें: परमिता ने पुराने प्रश्न पत्रों का विश्लेषण किया और pattern को समझा, जिससे उन्हें प्रारंभिक परीक्षा पास करने में मदद मिली।
  4. टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें: नौकरी के साथ UPSC की तैयारी में समय का सदुपयोग करना सबसे बड़ी चुनौती होती है। छोटी-छोटी breaks में revision करना, weekends पर intensive study sessions रखना उनकी स्ट्रैटेजी का हिस्सा था।

प्रेरणा हर असफलता से मिलती है

परमिता बताती हैं कि उन्होंने अपनी 30 की उम्र में सरकारी परीक्षाएं देनी शुरू की। LIC, Bank PO, Railway और WBPSC की विभिन्न परीक्षाओं में बैठने से उनका confidence बढ़ा। हर असफलता ने उन्हें और मजबूत किया। 2022 में उन्होंने SDISO पद हासिल किया और साथ ही UPSC Prelims और Mains भी पास किया। आखिरकार, 2023 में, उन्होंने 812th rank के साथ UPSC का सपना पूरा किया।


Final Words for Aspirants:

यदि आप भी नौकरी के साथ UPSC की तैयारी कर रहे हैं, तो परमिता मालाकार की कहानी आपको यह सिखाती है कि perseverance, time management, और structured approach से आप भी सफल हो सकते हैं। Remember, failures are just stepping stones towards success!

“अगर आपमें जुनून है, तो कोई भी मुश्किल आपको आपकी मंज़िल तक पहुँचने से नहीं रोक सकती!”

UPSC Aspirants के लिए परमिता मालाकार से सीखने योग्य Lessons:

1. Failures से घबराएं नहीं, उन्हें अपने Learning Curve का हिस्सा बनाएं:

परमिता ने अपने पहले प्रयास में असफलता का सामना किया, और यह उनके लिए मानसिक तौर पर बेहद चुनौतीपूर्ण था। लेकिन इसके बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने इसे अपनी तैयारी के तरीके को सुधारने का अवसर माना। अगर आपको भी असफलता मिलती है, तो इसे एक learning opportunity की तरह देखें और सोचें कि कैसे अपने अगले प्रयास में बेहतर कर सकते हैं।

2. Self-Doubt को Motivation में बदलें:

कई बार self-doubt आपके रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा बन जाता है। परमिता ने भी कई बार अपने ऊपर संदेह किया, लेकिन इसे उन्होंने मोटिवेशन की तरह इस्तेमाल किया। UPSC aspirants को यह समझना चाहिए कि self-doubt एक सामान्य प्रक्रिया है। इसे दूर करने के लिए आप छोटी-छोटी उपलब्धियों पर ध्यान दें, जैसे कि एक chapter खत्म करना या mock test में अच्छा perform करना।

3. सही Guidance और Mentorship ढूंढें:

UPSC एक बहुत ही विस्तृत परीक्षा है, और इसके लिए सही दिशा में मेहनत करना जरूरी है। परमिता ने शुरुआत में self-study की, लेकिन जब उन्हें लगा कि उनकी approach में कुछ कमी है, तो उन्होंने कोचिंग जॉइन की। अगर आपको लगता है कि आपको guidance की जरूरत है, तो mentors या coaching institutions से मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं।

4. Consistency is the Key:

परमिता की कहानी हमें यह सिखाती है कि हर दिन थोड़ा-थोड़ा प्रयास करने से बड़ी सफलता मिलती है। अगर आप रोज़ाना 4-5 घंटे भी सही दिशा में पढ़ाई करते हैं, तो यह लंबे समय में आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा। Consistency रखना नौकरी के साथ पढ़ाई करने वाले aspirants के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

5. परीक्षा की डिमांड को समझें:

UPSC एक ऐसी परीक्षा है जो केवल किताबी ज्ञान से पास नहीं होती। इसमें आपका holistic development भी बहुत जरूरी है। इसलिए, current affairs पर नजर रखना, logical reasoning और decision-making skills पर काम करना, और answer writing की प्रैक्टिस करना भी जरूरी है। परमिता ने अपनी mains की तैयारी के लिए mock tests पर काफी फोकस किया, जो उनके लिए फायदेमंद साबित हुआ।


Working Professionals के लिए Bonus Tips:

1. Early Morning या Late Night Study Routines अपनाएं:
अगर आप full-time job करते हैं, तो सुबह जल्दी उठने की आदत डालें या फिर रात को सोने से पहले 2-3 घंटे पढ़ाई करें। यह समय distractions से दूर होता है और आप ज्यादा effectively पढ़ाई कर सकते हैं।

2. Breaks में Micro-Learning करें:
काम के दौरान lunch break या छोटे breaks में 10-15 मिनट की पढ़ाई करें। आप इस समय को revision के लिए उपयोग कर सकते हैं या छोटे नोट्स पढ़ सकते हैं।

3. Weekend को Productively Utilize करें:
आपका weekend सबसे बड़ा asset होता है। इसे smartly plan करें। शनिवार और रविवार को intensive study sessions रखें, जिससे आपकी weekly preparation balance हो सके।

4. Technology का सही इस्तेमाल करें:
Digital resources का सही इस्तेमाल करें। YouTube पर UPSC toppers के इंटरव्यू देखें, podcasts सुनें, या UPSC specific mobile apps का इस्तेमाल करके खुद को updated रखें।


Conclusion:

परमिता मालाकार की कहानी हर UPSC aspirant को यह सिखाती है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर आपकी मेहनत और dedication सच्चे हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। एक structured approach, failures से सीखने की क्षमता, और कभी न हार मानने वाली attitude ही वो चीजें हैं, जो आपके UPSC के सफर में आपकी सबसे बड़ी ताकत बनेंगी।

“कभी-कभी हमें गिरना पड़ता है ताकि हम और मजबूत होकर उठ सकें!”


इस inspiring journey से आप भी अपने UPSC के सफर को सही दिशा में ले जा सकते हैं। Remember, सफलता के लिए रास्ता कठिन हो सकता है, लेकिन इसे हासिल करने की संतुष्टि उससे कहीं अधिक है।

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