TODAY’S UPSC CSE CURRENT AFFAIRS IN HINDI

भारत और अमेरिका ने 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता आयोजित की

भारत और  अमेरिका ने 11 अप्रैल, 2022 को वाशिंगटन में 2+2 रक्षा और विदेश मंत्रालय वार्ता का आयोजन किया। इस वार्षिक बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भाग लिया।

मुख्य बिंदु 

  • यह वार्ता अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ होगी।
  • बाइडेन प्रशासन के तहत यह इस तरह का यह पहला संवाद होगा।
  • 11 अप्रैल 2022 को, पीएम मोदी ने दोनों देशों के चल रहे द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक आभासी बैठक में भाग लिया।

चर्चा का विषय

इस संवाद में भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी जैसे विषयों पर चर्चा की गई। विज्ञान, रक्षा, प्रौद्योगिकी, उभरती हुई प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक स्वास्थ्य, जलवायु, COVID-19 महामारी प्रबंधन आदि से संबंधित अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई। इसमें डायलॉग बिल्डिंग और सप्लाई चेन को मजबूत करने को भी अहमियत दी गई। भारत ने रूस-यूक्रेन संकट के कारण वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि पर भी प्रकाश डाला।

द्विपक्षीय बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ रक्षा संबंधी प्रमुख सौदों पर चर्चा की। भारत ने 30 प्रीडेटर सशस्त्र ड्रोन की खरीद पर बैठक में चर्चा की। साथ ही INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत के लिए 26 डेक-आधारित लड़ाकू विमानों के लिए नौसेना द्वारा निविदा पर भी चर्चा की गई। छह और P-8I समुद्री गश्ती विमान खरीदने के सौदे पर भी चर्चा की गई।

मनोज सोनी (Manoj Soni) बने UPSC के नए अध्यक्ष

राजनीति विज्ञान के विद्वान मनोज सोनी को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मनोज सोनी अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में माहिर हैं और उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय और एम.एस. यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा के कुलपति के रूप में कार्य किया था। वह स्वतंत्र भारत के सबसे कम उम्र के कुलपति भी थे।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)

यूपीएससी वह संवैधानिक निकाय है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है. इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गयी है। इसमें एक अध्यक्ष और दस अन्य सदस्य शामिल होते हैं, जिनकी नियुक्ति और पदच्युति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह साल की अवधि तक अथवा 65 साल की उम्र पूरी होने तक अपने पद के कर्तव्यों का पालन करते है। संविधान का अनुच्छेद 316 सदस्यों की नियुक्ति और उनके कार्यालय की अवधि से संबंधित है।

कार्बन कैप्चर और उपयोग

संदर्भ: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, आईआईसीटी, हैदराबाद के वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक हाइब्रिड सामग्री तैयार की है जो ग्रीनहाउस गैस मीथेन को अवशोषित कर सकती है और इसे स्वच्छ हाइड्रोजन में परिवर्तित कर सकती है।

  • उन्होंने कार्बन डाइऑक्साइड को कैप्चर करने की एक प्रक्रिया का अनुकरण किया है और इसे गैर-ईंधन ग्रेड बायोएथेनॉल से उच्च शुद्धता वाले हाइड्रोजन में परिवर्तित किया है।
  • इन वैज्ञानिकों ने एक ऐसी सुविधा भी तैयार की है जो ऐसी सामग्रियों का परीक्षण कर सकती है और संस्थान में कार्बन कैप्चर अनुसंधान में मदद कर सकती है।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कार्बन कैप्चर और उपयोग के लिए ये नई सामग्री और प्रक्रियाएं ग्लोबल वार्मिंग चुनौती के लिए नई रोशनी दिखा सकती हैं।

कार्बन कैप्चर और उपयोग क्या है?

कार्बन कैप्चर एंड यूटिलाइजेशन (सीसीयू) कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ 2) को आगे उपयोग के लिए पुनर्नवीनीकरण करने की प्रक्रिया है।
कार्बन कैप्चर और उपयोग प्रमुख औद्योगिक उत्सर्जकों से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद कर सकता है।
सीसीयू कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज (सीसीएस) से अलग है क्योंकि सीसीयू कार्बन डाइऑक्साइड के स्थायी भूगर्भीय भंडारण का लक्ष्य नहीं रखता है और न ही इसका परिणाम है।
इसके बजाय, CCU का उद्देश्य कैप्चर किए गए कार्बन डाइऑक्साइड को अधिक मूल्यवान पदार्थों या उत्पादों में बदलना है; जैसे प्लास्टिक, कंक्रीट या जैव ईंधन; उत्पादन प्रक्रियाओं की कार्बन तटस्थता बनाए रखते हुए

मीथेन के बारे में

मीथेन एक गैस है जो पृथ्वी के वायुमंडल में कम मात्रा में पाई जाती है लेकिन यह एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।
मीथेन कार्बन की तुलना में 84 गुना अधिक शक्तिशाली है लेकिन यह टूटने से पहले वायुमंडल में उतनी देर तक नहीं रहती है।
यह एक खतरनाक वायु प्रदूषक, जमीनी स्तर पर ओजोन बनाने के लिए भी जिम्मेदार है।

नीति आयोग द्वारा राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक राउंड-1 का शुभारंभ

प्रसंग: राज्यों के प्रदर्शन को 6 मापदंडों पर रैंक करता है, अर्थात्

  • डिस्कॉम का प्रदर्शन
  • पहुंच, वहनीयता और ऊर्जा की विश्वसनीयता
  • स्वच्छ ऊर्जा पहल
  • ऊर्जा दक्षता
  • पर्यावरणीय स्थिरता
  • नई पहल

मापदंडों को आगे 27 संकेतकों में विभाजित किया गया है। समग्र SECI राउंड I स्कोर के आधार पर, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है: फ्रंट रनर, अचीवर्स और एस्पिरेंट्स।

आगे बढ़ने का रास्ता

  • ऊर्जा और जलवायु संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने और देश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल और साझेदारी महत्वपूर्ण होगी।
  • डेटा कैप्चर करने के लिए एक मजबूत तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है ताकि इसे रिपोर्ट के भविष्य के संस्करणों में शामिल किया जा सके।
  • ‘पंचामृत’ लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में हमारे प्रयासों को एक जन आंदोलन में बदलने की आवश्यकता है। ऐसा करने के लिए राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। गवर्नेंस इनोवेशन और राज्यों द्वारा परस्पर सीखने से परिणामों में सुधार होगा और SECI राउंड I इस दिशा में सही कदम है।
  • महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए एक अनुकूल नीतिगत वातावरण की आवश्यकता होगी।

12 अप्रैल : मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Human Space Flight)


हर साल, मानव अन्तरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Human Space Flight) 12 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन 1961 में यूरी गगारिन (Yuri Gagarin) की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है।

पृष्ठभूमि

संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने अप्रैल, 2011 में 12 अप्रैल को मानव अन्तरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। इसका उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने में अंतरिक्ष के योगदान की फिर से पुष्टि करना है।

12 अप्रैल ही क्यों?

1957 में, पहले मानव निर्मित पृथ्वी उपग्रह स्पुतनिक I को बाहरी अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। 12 अप्रैल, 1961 को, यूरी गगारिन पृथ्वी की सफलतापूर्वक परिक्रमा करने वाले पहले व्यक्ति बने थे। इससे बाहरी अंतरिक्ष के लिए मानवीय प्रयास खुले।

UNOOSA (United Nations Office for Outer Space Affairs)   

बाहरी अंतरिक्ष मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (United Nations Office for Outer Space Affairs) वह कार्यालय है जो बाहरी अंतरिक्ष में शांतिपूर्ण उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है। संयुक्त राष्ट्र के इस दिवस को मनाने के कार्यक्रम UNOOSA द्वारा आयोजित किए जाते हैं। UNOOSA का उद्देश्य बाहरी अंतरिक्ष के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।

अन्य अवलोकन

इस दिन को सोवियत संघ में कॉस्मोनॉटिक्स दिवस (Cosmonautics Day) के रूप में मनाया जाता है। 2001 से अमेरिका इस दिन को “विश्व अंतरिक्ष पार्टी” (World Space Party) के रूप में मना रहा है।

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर अवधि के दौरान पर्याप्त देखभाल विषय पर जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष 11 अप्रैल को ‘राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिये गर्भवती माताओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में काम करना है। गौरतलब है कि भारत, प्रसव के दौरान मृत्यु जोखिम के प्रति सबसे सुभेद्य देशों में से एक है। भारत में प्रतिवर्ष 35,000 से अधिक महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल न होने के कारण अपनी जान गँवानी पड़ती है। इस विषय के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये भारत सरकार ने वर्ष 2003 में ‘व्हाइट रिबन एलायंस’ (WRAI) के अनुरोध पर 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में घोषित किया था। गौरतलब है कि ‘व्हाइट रिबन एलायंस’ (WRAI) 1800 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) का एक गठबंधन है, जो मातृ मृत्यु दर को समाप्त करने और मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य में सुधार पर ध्यान केंद्रित करता है। यह दिवस कस्तूरबा गांधी की जयंती के साथ भी मेल खाता है। 

अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ‘व्यूपॉइंट’ 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में गुजरात के बनासकांठा ज़िले के नडाबेट में सीमा पर्यटन के लिये सीमा सुरक्षा को बढ़ाने में सहायता हेतु भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ‘व्यूपॉइंट’ का उद्घाटन किया है। जो भारत-पाकिस्तान सीमा से मात्र 20 से 25 किलोमीटर पहले बनाया गया है। यह सीमादर्शन परियोजना नागरिकों को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों से जोड़ेगी तथा उनके प्रति सम्मान का भाव पैदा करेगी। यह गुजरात का पहला बॉर्डर प्वाइंट है, जहाँ बॉर्डर की फोटो गैलरी तथा हथियारों समेत टैंकों का प्रदर्शन किया जाएगा। नडाबेट व्यूपॉइंट के माध्यम से हमें जवानों की कहानियों को जानने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही इस परियोजना से राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पंजाब में वाघा अटारी सीमा पर होने वाले ‘बीटिंग रिट्रीट’ की तर्ज पर सीमादर्शन में भी इसे शामिल किया गया है।

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