उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) ने उम्मीदवारों की मांगों को स्वीकार करते हुए समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा पोस्टपोन कर दी। साथ ही प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) प्रीलिम्स एग्जाम को पुराने पैटर्न पर आयोजित करने की भी घोषणा कर दी है। साथ ही आयोग ने आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए एक कमेटी बनाने का भी ऐलान किया है, जिससे छात्रों की समस्या हल की जा सके।
आयोग की बैठक में क्या निकला?
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा वन शिफ्ट में कराने की आयोग की मांग मान ली है। वहीं समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की 22 व 23 दिसंबर को प्रस्तावित परीक्षा स्थगित करते हुए एक समिति का गठन कर दिया है, जो परीक्षा के प्रारूप पर निर्णय लेगी बैठक के बाद पीसीएस-प्री परीक्षा के संबंध में सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि विगत कुछ महीनों से देश के विभिन्न हिस्सों में चयन परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आए थे, जिसमें विभिन्न संस्थानों की संलिप्तता पाई गई थी।
सचिव ने दी जानकारी
आयोग के सचिव अशोक कुमार ने मौजूदा उम्मीदवारों के सामने आयोग द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, “पिछले कुछ दिन से UPPCS और RO/ARO भर्ती परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति बन गई थी। छात्रों की मांग थी कि पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा को एक से ज्यादा पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में कराया जाए।” उन्होंने कहा, “सीएम योगी ने छात्रों की इन मांगों पर संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ बातचीत कर जरूरी फैसलें लें। आयोग ने सीएम के निर्देश पर छात्रों से बात किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए यह फैसला लिया कि पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा 2024 पहले की तरह एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।”
बनाई गई कमेटी
उन्होंने आगे कहा, “CM योगी की पहल पर यूपीपीएससी ने आरओ/एआरओ परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी सभी पहलुओं को जानेगी और अपनी विस्तृत रिपोर्ट जल्द देगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके।”
मुख्यमंत्री योगी की पहल पर आयोग पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को पूर्व की भांति एक दिवस में कराए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार, समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी आदि (प्रा.) परीक्षा-2023 को पारदर्शी, गुणधर्मिता एवं सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से सारे तथ्यों का समेकित अनुसंधान एवं विश्लेषण करने हेतु आयोग द्वारा समिति का गठन किया गया है। जो सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।