सिविल सेवा परीक्षा को भारत में आयोजित सबसे कठिन परीक्षा के रूप में जाना जाता है। इसमें कुल तीन चरण हैं जिन्हें पार करने के पश्चात ही सिविल सेवकों के एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा भारतीय सरकारी सेवाओं जैसे आईएएस, आईपीएस, आदि के लिए सक्षम उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी करते समय हमें सामान्य अध्ययन (पेपर – I) तथा CSAT (पेपर – II) की तैयारी करनी होती है। इस प्रारंभिक परीक्षा को समझने के लिये हमें परीक्षा के पैटर्न को जानना जरूरी है। इस लेख में हम सामान्य अध्ययन पेपर – II (सीसैट) की तैयारी कैसे करें, इसके बारे में जानेंगे।
सीसैट क्या है?
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते हैं – सामान्य अध्ययन पेपर I और सामान्य अध्ययन पेपर II (जिसे हम सीसैट – CSAT or Civil Services Aptitude Test के नाम से जानते हैं) प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिये 200 अंक निर्धारित होते हैं। जनरल स्टडीज (जीएस) पेपर I में 100 प्रश्न होते हैं जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिये 2 अंक होते हैं, जबकि जनरल स्टडीज़ पेपर II में 80 प्रश्न होते हैं जिनमें प्रत्येक के प्रश्न के लिये 2.5 अंक निर्धारित होते हैं। सीसैट प्रश्न पत्र ऑब्जेक्टिव टाईप (Objective Type / Multiple Choice) प्रकार का होता है और यह एक क्वालीफाइंग पेपर है (Qualifying Paper), जिसमें न्यूनतम क्वालीफाइंग अंक 33% तय किए गए हैं। ध्यान रहे कि भले ही इस पेपर में आपको केवल 33% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है, फिर भी इस प्रश्न पत्र में पूछे जाने वाले प्रश्नों की अप्रत्याशित प्रकृति के कारण इसमें अंक अर्जित करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
सीसैट प्रश्न पत्र का प्रारूप।
वर्ष 2014 में यूपीएससी ने सामान्य अध्ययन पेपर II (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) के कठिनाई के स्तर और समझ , मूल संख्या, सामान्य मानसिक क्षमता, और तार्किक क्षमता से जुड़े प्रश्नों की संख्या में वृद्धि की। निर्णय लेने वाले प्रश्न जो लगभग 20 अंक थे तथा कक्षा 10 के स्तर वाले अंग्रेजी की समझ से जुड़े प्रश्न भी हटा दिए गए थे। बड़े प्रश्न पत्र और प्रश्नों की अधिक समय लेने वाली प्रकृति की वज़ह से उम्मीदवारों के बीच इस पेपर के प्रति अरुचि व भय बना रहता है।
सीसैट के पाठ्यक्रम को जानें।
ComprehensionInterpersonal skills including communication skillsLogical reasoning and analytical abilityDecision making and problem-solvingGeneral mental abilityBasic numeracy (Numbers and their relation, order of magnitude etc. of Class X level)Data interpretation (Charts, graphs, tables, data sufficiency etc of Class X level)सिलेबस के लिये यहां क्लिक करें। | बोधगम्यतासंचार कौशल सहित अंतर – वैयक्तिक कौशलतार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमतानिर्णय लेना और समस्या समाधानसामान्य मानसिक योग्यताआधारभूत गणना (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर), आंकड़ों का विश्लेषण (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि – दसवीं कक्षा का स्तर)अंग्रेजी भाषा में बोधगम्यता कौशल (दसवीं कक्षा का स्तर) |
सीसैट को कैसे क्रैक करें।
समझ बोधगम्यता (कंप्रीहेंशन – Comprehension): यह आज हर प्रतियोगी परीक्षा का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्ष 2013 की परीक्षा में इस भाग से कुल 8 प्रश्न पूछे गये थे। इस प्रकार से यह इस पेपर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसे छोड़ा नहीं जाना चाहिए।
अवतरण / अंश को पढ़ना और समझना एक कला है। अधिकांश पैसेज पढ़ने और समझने प्रश्न प्रकृति में अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिये उन्हें ध्यान से तथा पूरी तरह से पढ़ने की आवश्यकता होती है। अभ्यर्थियों को समस्या की समझ तथा उसका निवारण करने के लिए पढ़ने (रीडिंग) की आदत विकसित करने की आवश्यकता है। समाचार पत्र संपादकीय पढ़ना, फ्रंटलाइन, योजना जैसी पत्रिकाएं पढ़ना इस कौशल को तेज करने के लिए पर्याप्त है। आपको एकाग्रता के साथ विस्तार से पढ़ना है, यदि आप पूरी तरह से लेख का अर्थ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, तो इसे तब तक हल न करें जब तक यह पूरा समझ में नहीं आत जाता है।
समझने के साथ पढ़ने में अधिक समय लगता है। लेकिन अगर कोई रोज़ाना इसका अभ्यास कर रहा है तो वह समझने के साथ पढ़ने की गति को बढ़ा सकता है। पढ़ने के दौरान कीवर्ड्स को रेखांकित करें, नई शब्दावली आदि जो प्रश्नों के उत्तर देने में सहायता कर सकती हैं।
इस विषय में शब्दावली, लेखों की जटिलता, पढ़ने की गति, वास्तविक अर्थ और विषय-वस्तु को समझने में कठिनाई आदि सामान्य समस्याएं हैं। इस बिंदु पर आपका शब्दकोश एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिये शब्दकोश को पढ़ने / संदर्भित करने और दैनिक जीवन वार्तालाप में इसे लागू करने की आदत को विकसित करें। यदि आपके पास स्मार्टफ़ोन है, तो एक शब्दकोश स्थापित करें जो अभ्यास के दौरान संदर्भ के लिये को बहुत उपयोगी रहेगा।
पैसेज के वास्तविक अर्थ को निकालना एक अलग प्रक्रिया है, किन्तु उस पैसेज में दिए गए तर्क व सार को अच्छी तरह से समझना अति आवश्यक है। जब आप एक लेख पढ़ते हैं, तो इसे पूर्वकल्पना के साथ पढ़ें और पैसेज के सार को निकालने के लिए ध्यान से जांचें और लेखक के विचार को समझें कि हमें क्या कहना है। यह प्रश्नों के उत्तर देने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा- जैसे ‘पैसेज में व्यक्त किया गया महत्वपूर्ण संदेश’, ‘पैसेज का संदर्भ, धारणाएं व ‘लेखक का रुख या ध्यान’ किस बात पर है आदि।
अधिक जाननें के लिये पढ़ें: पढ़ाई में मन कैसे लगाएं? HOW TO FOCUS ON STUDY।
संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल ( Interpersonal skills including communication skills): पारस्परिक कौशल वे कौशल हैं जिन्हें हम अन्य लोगों के साथ व्यक्तिगत रूप से और समूहों में संवाद करने और बातचीत करने के लिए हर दिन उपयोग करते हैं। संचार कौशल, सुनने का कौशल, तनाव प्रबंधन, दृढ़ता, निर्णय लेने, समस्या हल करने की विधियां, मौखिक संचार और गैर मौखिक संचार इत्यादि बुनियादी पारस्परिक कौशल हैं।
तार्किक विचार (Logical easoning): सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीसैट) पेपर में तर्क अनुभाग की कठिनाई का स्तर बहुत उच्च नहीं है। कोई भी सामान्य उम्मीदवार प्रश्नों को हल कर सकता है लेकिन इसके लिये आपको तर्क अनुभाग में आने वाले प्रश्नों के प्रारूप से परिचित होना आवश्यक है। तार्किक क्षमता के विकास के लिए किसी विशेष पुस्तकों की कोई आवश्यकता नहीं है आप इसे पिछले वर्षों में पूछे गये प्रश्नों को हल करने के अभ्यास से आपको इस भाग में सफलता मिल सकती है।