रवि कुमार सिहाग, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के निवासी, हिंदी माध्यम से पढ़ाई करते हुए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले एक प्रेरणादायक युवा अधिकारी हैं।उन्होंने 2021 में UPSC परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 18 हासिल की, जिससे वे हिंदी माध्यम से UPSC परीक्षा में टॉप करने वाले पहले व्यक्ति बने।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
रवि कुमार सिहाग का जन्म 2 नवंबर 1995 को किसान रामकुमार सिहाग और गृहिणी मां विमला देवी के घर हुआ।उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदी माध्यम से पूरी की और अनूपगढ़ के शारदा कॉलेज से बीए की डिग्री प्राप्त की।
UPSC की तैयारी और सफलता
रवि ने 2018 में UPSC परीक्षा में भाग लिया और 337वीं रैंक हासिल की, जिससे उन्हें भारतीय रेलवे यातायात सेवा में चयन मिला।2019 में उन्होंने पुनः परीक्षा दी और 317वीं रैंक प्राप्त की।अंततः, 2021 में उन्होंने अखिल भारतीय रैंक 18 हासिल की, जिससे वे हिंदी माध्यम से UPSC परीक्षा में टॉप करने वाले पहले व्यक्ति बने।
वर्तमान स्थिति और कैडर
रवि कुमार सिहाग ने 2022 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की परीक्षा पास की और उन्हें मध्य प्रदेश कैडर आवंटित हुआ। वर्तमान में, वे लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।2024 में, वे मध्य प्रदेश कैडर में अपनी सेवाएं शुरू करेंगे।
प्रेरणा और संदेश
रवि कुमार सिहाग की सफलता की कहानी यह दर्शाती है कि कठिन परिश्रम, समर्पण और सही रणनीति से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।उनकी यात्रा हिंदी माध्यम से UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
निष्कर्ष
रवि कुमार सिहाग की सफलता की कहानी यह सिद्ध करती है कि भाषा कोई बाधा नहीं है; यदि समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।उनकी यात्रा UPSC उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उनकी सफलता की प्रेरक कहानी जानने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
सफलता की प्रेरक कहानी | UPSC 2024 Aspirants के लिए अनमोल सीख