यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करना चुनौतीपूर्ण है. इसके लिए निरंतर कड़ी मेहनत और समर्पण चाहिए. बड़ी संख्या में उम्मीदवारों इसके लिए अप्लाई करते हैं, केवल कुछ चुनिंदा लोग ही आईएएस, आईपीएस या आईएफएस अधिकारी बनने में सफलता हासिल करते हैं. आज हम आपके लिए इंजीनियर से सिविल सेवक बनीं आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा की सफलता की कहानी लेकर आए हैं. इन्होंने दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्लियर किया. ये उत्तर प्रदेश कैडर की सिविल सेवक हैं. आईपीएस अंशिका वर्मा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं.
बिना कोचिंग भी अगर लगन हो तो युवा इस परीक्षा को आसानी से पास कर सकता है। इस बात को उत्तर प्रदेश की रहने वाली अंशिका वर्मा ने साबित कर दिखाया है। उन्होंने साबित कर दिया कि बिना कोचिंग के ही इस परीक्षा में सफलता मिल सकती है। अंशिका वर्मा ने बिना कोचिंग के ही अपने दूसरे प्रयास में ही परीक्षा क्रैक कर लिया और आईपीएस बन गईं।
अंशिका ने 2020 में बिना किसी कोचिंग के अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की. परीक्षा में उनका पहला प्रयास स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के ठीक एक साल बाद 2019 में था. अंशिका ने अपनी प्राथमिक शिक्षा नोएडा में की . 2014 से 2018 तक गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री ली.
अंशिका ANSHIKA VERMA ने 2020 में बिना किसी कोचिंग के अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की. परीक्षा में उनका पहला प्रयास स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के ठीक एक साल बाद 2019 में था. अंशिका ने अपनी प्राथमिक शिक्षा नोएडा में की . 2014 से 2018 तक गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री ली.
पहली बार में नहीं मिली सफलता
इसके बाद अंशिका प्रयागराज आ गईं और यहां पर उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि, उन्होंने अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल नहीं की, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
सेल्फ स्टडी पर किया फोकस
पहली बार असफल होने के बाद उन्होंने और कड़ी मेहनत की। उन्हें पता चल चुका था कि उनके लिए कोचिंग से ज्यादा सेल्फ स्टडी काम करेगी। सेल्फ स्टडी के दम पर वो ज्यादा फोकस कर सकती हैं। इसके बाद उन्होंने 2021 में दूसरी बार परीक्षा दी। इस परीक्षा से भी उन्हें काफी उम्मीदें थी।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की ओर अंशिका का सफर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से शुरू हुआ. यहां उन्होंने खुद को तैयारी के लिए समर्पित कर दिया. सभी चुनौतियों को पार करते हुए, अंशिका ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 136 रैंक हासिल की, यह सब बिना किसी कोचिंग के हासिल किया.