सीबीएसई ने 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे शुक्रवार को घोषित कर दिए. इस रिजल्ट में जहां कई स्टूडेंट्स 90 प्रतिशत से ज्यादा नंबर आने की वजह से खुशी से झूम रहे हैं, वहीं कई स्टूडेंट्स नंबर कम आने की वजह से मायूस हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ कैडर के एक IAS अधिकारी ने सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने की कोशिश की है. IAS ने अपनी पोस्ट में बताया है कि 10वीं में उनके केवल 44.7 प्रतिशत नंबर आए थे और वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में 13 बार फेल हुए. फिर भी अपनी दृढ इच्छाशक्ति और लगन से वे IAS बनने में कामयाब रहे. IAS की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
छत्तीसगढ़ में तैनात हैं आईएस अवनीश शरण
अपनी मेहनत और दृढ इच्छाशक्ति से शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी बनने वाले इन अफसर का नाम IAS अवनीश शरण (IAS Awanish Sharan) है. वे छत्तीसगढ़ राज्य में तैनात हैं और 2009 बैच के IAS अधिकारी हैं. वे अक्सर कई प्रेरणादायक पोस्ट ट्वीट करते रहते हैं लेकिन इस बार उन्होंने जो पोस्ट शेयर की है, उससे देश के करोड़ों युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल सकती है.
अपने ट्वीट में वे बताते हैं कि लोग जिंदगी में एक-दो बार फेल होने पर ही हताश हो जाते हैं जबकि वे लगातार 13 बार प्रतियोगी परीक्षाओ में फेल हुए. इसके बावजूद उनका हौंसला नहीं टूटा और वे लगातार तैयारियां करते रहे. आखिरकार उनकी मेहनत और लगन काम आई, जिससे वे IAS अधिकारी बनने में कामयाब रहे. IAS अवनीश शरण ने अपनी पोस्ट में 10वीं से लेकर ग्रेजुएशन तक मिले नंबरों के बारे में भी बताया है.
10वीं में मिले केवल 44 प्रतिशत नंबर
उन्होंने (IAS Awanish Sharan) अपनी पोस्ट में बताया कि 10वीं में उन्हें केवल 44.7 नंबर मिले थे. इसके बाद 12वीं में उन्हें 65 प्रतिशत और ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत नंबर मिले. ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठना शुरू किया. लेकिन वे कई सालों तक उनमें फेल होते रहे. वे CDS की परीक्षा में फेल हुए. इसके बाद CPF के एग्जाम में भी विफल रहे. वे राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से ज्यादा बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुए.
वर्ष 2009 में आईएएस बनने में हुए कामयाब
IAS अवनीश शरण (IAS Awanish Sharan) ने बताया कि इसके बाद उन्होंने UPSC सिविल सेवा की परीक्षा दी. इस परीक्षा के प्रथम प्रयास में वे साक्षात्कार तक पहुंचने में कामयाब रहे. जबकि दूसरे प्रयास में यह प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर ली और उन्हें ऑल इंडिया में 77वां रैंक हासिल हुआ. वर्ष 2009 में उन्हें IAS के रूप में छत्तीसगढ़ कैडर अलॉट किया गया.