अपने दूसरे ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास ही नहीं बल्कि टॉप-3 में जगह बनाने वाली गामिनी ने अपनी सफलता का श्रेय मुख्य रूप से सेल्फ स्टडी और अपने पिता को दिया है।
कड़ी मेहनत से कुछ भी कर सकती हैं महिलाएं : गामिनी
सिविल सेवा परीक्षा 2021 में अपने चयन और तीसरी रैंक हासिल करने से उत्साहित गामिनी सिंगला ने सोमवार को कहा कि महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के माध्यम से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं। इस बार संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणामों में श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने परीक्षा में क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है।
देश के विकास और जनकल्याण में योगदान देना हैं
अपने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास करने को लेकर गामिनी कहती हैं कि मैं बहुत खुश हूं। यह एक सपने के सच होने जैसा है। मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) को चुना है। पंजाब के आनंदपुर साहिब से फोन पर बातचीत में गामिनी सिंगला ने कहा कि मैं देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहती हूं।
दिन में 9-10 घंटे पढ़ाई करती थीं
अपनी सफलता का राज साझा करते हुए गामिनी ने कहती हैं कि वह दिन में 9-10 घंटे पढ़ाई करती थीं। बकौल गामिनी, मैंने पटियाला में विनोद सर से कोचिंग भी ली। परीक्षा की तैयारी के लिए मैंने ज्यादातर समय सेल्फ स्टडी की और आखिर में मैं सफल हो गई। गामिनी ने कहा कि मेरे पिता ने परीक्षा की तैयारी में मेरी मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गामिनी के माता-पिता हिमाचल प्रदेश सरकार में चिकित्सा अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं।
पीईसी से स्नातक किया
सिंगला के माता-पिता हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ काम करने वाले चिकित्सा अधिकारी हैं। कंप्यूटर विज्ञान में प्रौद्योगिकी स्नातक (बीटेक) करने वाली सिंगला के पास वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र था। गामिनी सिंगला ने कहा कि मैं आनंदपुर साहिब से हूं और मैंने अपनी उच्च शिक्षा माउंट कार्मेल स्कूल से की। पीईसी, जैसा कि आप जानते हैं, वह समय था जब मैंने यूपीएससी के बारे में सोचना शुरू किया था।लेकिन क्या यूपीएससी उनकी पहली पसंद थी? इसपर गामिनी सिंगला ने कहा कि मैंने 2019 में पीईसी से स्नातक किया और जेपी मॉर्गन से वित्त विश्लेषक के रूप में प्लेसमेंट प्राप्त किया। लेकिन मैंने इसे स्वीकार नहीं किया क्योंकि यूपीएससी एक सपना बन गया।
यूपीएससी की तैयारी के लिए अखबार पढ़ना जरूरी
यह पूछे जाने पर कि यूपीएससी परीक्षा 2021 में सफल होने में वास्तव में क्या मदद मिली, गामिनी ने अपने माता-पिता से जुड़ी एक बहुत ही दिलचस्प कहानी साझा की। वह कहती हैं कि आपको विश्वास नहीं होगा लेकिन मेरे पिता ने मेरी पढ़ाई में मेरी बहुत मदद की है। वह अखबार पढ़ते थे और मेरे लिए चीजों को चिह्नित करते थे ताकि मैं अपना समय बचा सकूं। उन्होंने सुनिश्चित किया कि मैं प्रीलिम्स या मेन्स के लिए पॉइंट सही से बना सकूं।
कड़ी मेहनत के साथ रणनीति
भी महत्वपूर्ण गामिनी सिंगला का अच्छी तरह से अध्ययन करने के अलावा यूपीएससी टॉपर का सफर भी काफी सकारात्मक रहा है। आगामी यूपीएससी प्रीलिम्स 2022 के लिए अपनी प्रो टिप साझा करते हुए गामिनी सिंगला ने कहा कि आपकी कड़ी मेहनत के साथ, रणनीति भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए, अपनी गलतियों पर विचार करें, कि आप पिछले प्रयासों में क्यों असफल हुए हैं। एक अनूठी रणनीति बनाएं। आपको किसी का अनुसरण करने की आवश्यकता नहीं है, बस एक अनूठी रणनीति है और कड़ी मेहनत करनी है। क्योंकि इस परीक्षा में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।