शादी के बाद भी नहीं छोड़ा UPSC का सपना, जानिए धाकड़ IPS तनुश्री की कहानी
अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद महिलाएं अपने घरेलू जीवन की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो जाती हैं और अपने व्यक्तिगत सपनों को भुला देती हैं। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिन्होंने अपने जुनून और दृढ़ता के साथ अपने सपनों को पूरा किया है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है IPS तनुश्री की। तनुश्री ने न केवल अपनी शादी के बाद अपने यूपीएससी का सपना नहीं छोड़ा, बल्कि अपनी मेहनत और लगन के दम पर आईपीएस अधिकारी बन गईं।
तनुश्री की प्रेरणादायक यात्रा
तनुश्री का जन्म और शिक्षा
तनुश्री का जन्म 24 अप्रैल 1987 में हुआ था। उनकी शुरुआती स्कूली शिक्षा बिहार के मोतिहारी जिले से हुई। इसके बाद उन्होंने 12वीं की बोर्ड परीक्षा बोकारो के डीएवी पब्लिक स्कूल से उत्तीर्ण की। तत्पश्चात, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से बीए हिस्ट्री ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की।
UPSC की तैयारी की शुरुआत
ग्रेजुएशन के बाद ही तनुश्री ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी थी। उनकी मेहनत और लगन उन्हें यूपीएससी की तरफ खींचने लगी थी।
बहन को देखकर जागी वर्दी पहनने की चाह
तनुश्री की बड़ी बहन मनुश्री सीआरपीएफ में कमांडेंट हैं और उनकी वर्दी देख तनुश्री के मन में भी वर्दी वाली नौकरी करने की इच्छा जगी। इसके अलावा, उनके पिता भी सीआरपीएफ से रिटायर्ड डीआईजी हैं, जिन्होंने तनुश्री को पुलिस सेवा में जाने के लिए प्रेरित किया।
CRPF में असिस्टेंट कमांडेंट बनीं तनुश्री
2014 में तनुश्री ने सीआरपीएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट शामिल हुईं। अपनी नौकरी के साथ-साथ, उन्होंने अपने आईपीएस के सपने को साकार करने के लिए यूपीएससी की तैयारियों में भी कड़ी मेहनत की।
शादी के बाद भी यूपीएससी का सपना पूरा किया
तनुश्री ने 2015 में शादी कर ली थी। शादी के बाद भी उन्होंने अपने आईपीएस बनने के लक्ष्य को नहीं छोड़ा। अपने पति और परिवार के समर्थन से, तनुश्री ने यूपीएससी की तैयारी की और 2016 में सफलता प्राप्त की। 2017 में वे आईपीएस अधिकारी बन गईं और जम्मू-कश्मीर के अति संवेदनशील इलाके शोपियां में एसएसपी के तौर पर अपनी सेवाएं दीं।
वर्तमान पद – एसपी एसआईए कश्मीर
वर्तमान में, तनुश्री जम्मू-कश्मीर के एसपी एसआईए कश्मीर के पद पर तैनात हैं। यहां वे आतंकवाद रोधी अभियानों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासनिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
प्रेरणा स्रोत
तनुश्री की कहानी न केवल एक व्यक्ति के लिए प्रेरणा है बल्कि कई महिलाओं को यह दिखाने के लिए भी पर्याप्त है कि किसी भी परिस्थिति में अपने सपनों को पूरा किया जा सकता है। चाहे वह शादी हो, परिवार हो या अन्य जिम्मेदारियां, दृढ़ इच्छाशक्ति के माध्यम से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
इस तरह, तनुश्री की कहानी उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो सोचती हैं कि शादी के बाद वे अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकतीं।