विजय किरण आनंद महाकुंभ की जिम्मेदारी, CA की पढ़ाई के बाद क्रैक किया था UPSC

आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद

Maha Kumbh 2025 Stampede: प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के घाटों पर महाकुंभ 2025 का मेला चल रहा है। लाखों श्रद्धालु इस सबसे बड़े धार्मिक समागम में हिस्सा ले रहे हैं। इस भव्य आयोजन को संभालने की जिम्मेदारी आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद के पास है।महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. महाकुंभ में भगदड़ के बाद महाकुंभ मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे डीएम विजय किरण के नाम की भी चर्चा तेज हो गई है. महाकुंभ मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे विजय किरण आनंद का आईएएस बनने तक का सफर बेहद रोचक रहा है. विजय किरण की चार्टेड अकाउंटेंट की पढ़ाई से यूपीएससी क्रैक करने की कहानी बेहद ही रोचक है. 

2009 बैच के आईएएस

विजय किरण आनंद 2009 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की पढ़ाई की है। आइये जानते हैं कि यूपीएससी पर उन्होंने कैसे निशाना साधा और कैसे मिली उन्हें सफलता। 2009 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद की गिनती बेहद अनुशासित और जनता के लिए काम करने वाले अधिकारी के रूप में होती है। बागपत में एसडीएम के रूप में पहली तैनाती के बाद कई अन्य जिम्मेदारियां संभाली। 2016 में विजय किरन आनंद को वाराणसी का डीएम डीएम बनाया गया।

विजय किरण आनंद यूपी के मैनपुरी, उन्नाव, फिरोजाबाद, वाराणसी और शाहजहांपुर में जिलाधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं. उन्हें माघ और कुंभ मेले की जिम्मेदारी दी गई थी. 2017 में उन्हें माघ मेला और 2019 में अर्ध कुंभ मेला का अधिकारी बनाया गया था. उन्होंने पंचायती राज, सिंचाई और बेसिक शिक्षा जैसे विभागों में भी अपनी सेवाएं दी. इस साल उन्हें अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें महाकुंभ 2025 के लिए मुख्य अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है.

बेहतर कार्य के लिए पीएम मोदी ने किया था सम्मानित
मेला अधिकारी की भूमिका उनके विशाल अनुभव का परिणाम है. उनकी इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सिविल सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया और पीएम ने उन्हें स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया था.

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