अलसी का आर्थिक एवं औद्योगिक महत्व बहुत ही अधिक है। इसका उपयोग पेंट, स्नेहक, तेल-वस्त्र, जल-विरोधी वस्तुओं आदि के निर्माण में होता है। कुछ क्षेत्रों में इसका उपयोग खाद्य-तेल के रूप में भी होता है।
जिन क्षेत्रों में 45 सेंटीमीटर से 75 सेंटीमीटर के बीच वर्षा होती है और शीत तथा आर्द्र जलवायु पायी जाती है, वे अलसी के उत्पादन के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। चिकनी और बलुई मिट्टी को छोड़कर शेष सभी अलसी के उत्पादन के अनुकूल हैं। अलसी की खेती रबी फसल के रूप में सितम्बर-अक्टूबर से फरवरी-मार्च के बीच की जाती है।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश प्रमुख अलसी उत्पादक राज्य हैं।