Success Story IPS Tanoo Singh: मुश्किल हालात में भी लक्ष्य पर ध्यान ज़रूरी
आईपीएस तनु सिंह (IPS Tanoo Singh) की सक्सेस स्टोरी उन अनगिनत उम्मीदवारों को प्रेरित करती है जो सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की बेटी तनु सिंह ने पहले बीपीएससी (BPSC) और फिर यूपीएससी (UPSC) में सफलता हासिल करके अफसर बनने का सपना पूरा किया. यह कहानी उन युवाओं के लिए मिसाल है जो घर से दूर रहकर पढ़ाई करते हैं और मुश्किल हालात में भी अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखते हैं. तनु सिंह की यात्रा यह बताती है कि अगर सही मेहनत और आत्मविश्वास हो, तो बड़ी सफलता पाई जा सकती है.
यूपी के गोरखपुर की निवासी, BHU से की पढ़ाई
तनु सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गौरीबाजार गांव की निवासी हैं. उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि सेना से जुड़ा हुआ है; उनके पिता रणजीत सिंह इंडियन आर्मी में नायक रहे हैं, जबकि उनकी माता सीमा सिंह गृहिणी हैं. तनु ने अपनी स्कूली शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल से पूरी की. इसके बाद, उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से साइंस में ग्रेजुएशन किया.
बीपीएससी क्रैक करने के बाद ब्लॉक पंचायती राज अधिकारी बनीं
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, तनु पटना चली गईं और वहां उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी. अपनी लगातार मेहनत और मजबूत फोकस के दम पर उन्होंने जल्द ही BPSC परीक्षा पास की. BPSC में उनका चयन ब्लॉक पंचायती राज अधिकारी के पद पर हुआ था. हालांकि, इस पद पर चयनित होने के बावजूद, वह अपने मुख्य लक्ष्य, यानी UPSC, की तैयारी में जुटी रहीं.
3 प्रयासों में नहीं मिली सफलता: जॉब के साथ जारी रखा संघर्ष
यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम पास करने के लिए युवा जी-तोड़ मेहनत करते हैं, और इस सफर में संघर्ष और चुनौतियां भी रहती हैं. तनु सिंह को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. यूपीएससी के पहले तीन प्रयासों में उन्हें असफलता मिली. जाॅब के साथ-साथ तैयारी करना उनके लिए चुनौती भरा रहा. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आगे बढ़ती रहीं.
चौथे प्रयास में मिली बड़ी जीत: बनीं IPS ऑफिसर
अपने चौथे प्रयास के लिए, तनु सिंह ने अपनी रणनीति बदली. उन्होंने रिवीजन पर फोकस किया और सेल्फ मोटिवेशन (Self Motivation) से अपनी तैयारी को आगे बढ़ाया.
कड़ी मेहनत का फल उन्हें UPSC CSE 2022 में मिला. अपने चौथे अटेम्प्ट में, वह यूपीएससी एग्जाम पास कर पाईं और उन्होंने 540 रैंक हासिल की. फाइनल रिजल्ट आने के बाद, वह एक IPS ऑफिसर बन गईं.
पिता को मानती हैं आदर्श और प्रेरणा स्रोत
तनु सिंह अपने पिता को अपना आदर्श मानती हैं. वह बताती हैं कि उनके पिता ने कभी उन पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला, बल्कि हमेशा उन पर भरोसा किया और उन्हें समर्थन दिया. तनु की सफलता की कहानी आज उन युवाओं को प्रेरित और मोटिवेट करती है जो चुनौतियों का सामना करते हुए भी आगे बढ़ते हैं और अपने सपने पूरे करते हैं



