परिचय: यूपीएससी 2024 की टॉपर शक्ति दुबे
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है। साल 2024 में इस परीक्षा में प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की शक्ति दुबे ने ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल कर देश भर में अपनी मेहनत और लगन का परचम लहराया। शक्ति दुबे की कहानी न केवल यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह दर्शाती है कि दृढ़ निश्चय और सही रणनीति के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। इस लेख में हम शक्ति दुबे के जीवन, उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि, यूपीएससी की तैयारी, और उनकी सफलता के पीछे के रहस्यों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
शक्ति दुबे कौन हैं?
शक्ति दुबे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ, और उनकी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज में ही हुई। शक्ति के पिता, देवेंद्र द्विवेदी, उत्तर प्रदेश पुलिस में ट्रैफिक विभाग में सब-इंस्पेक्टर और पेशकार के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां, प्रेमा दुबे, एक गृहणी हैं। शक्ति की जुड़वां बहन प्रगति भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं, और उनका छोटा भाई आशुतोष एमसीए का छात्र है। शक्ति मूल रूप से बलिया जिले के बैरिया तहसील, रामपुर गांव की निवासी हैं।
शक्ति बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी रही हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा प्रयागराज से पूरी की और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री में बीएससी की डिग्री हासिल की, जहां उन्हें गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ। इसके बाद, उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से बायोकेमिस्ट्री में एमएससी पूरी की और वहां भी गोल्ड मेडलिस्ट रहीं।
यूपीएससी की यात्रा: 7 साल की कठिन तपस्या
शक्ति दुबे ने 2018 में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। यह उनकी तीसरी कोशिश थी जिसमें उन्होंने AIR 1 हासिल किया। इससे पहले, 2023 में वह केवल 2 अंकों से अंतिम चयन से चूक गई थीं, जिसके कारण उन्हें थोड़ी निराशा हुई। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कमियों को सुधारते हुए 2024 में इतिहास रच दिया।
शक्ति ने अपनी तैयारी के दौरान दिल्ली और प्रयागराज में कोचिंग ली, लेकिन कोविड काल में वह वापस प्रयागराज लौट आईं। उनकी मां के अनुसार, शक्ति ने 18-18 घंटे पढ़ाई की और अपनी रणनीति को लगातार बेहतर किया।

ऑप्शनल सब्जेक्ट और रणनीति
शक्ति ने साइंस बैकग्राउंड होने के बावजूद यूपीएससी के लिए पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना। यह निर्णय उनके लिए गेम-चेंजर साबित हुआ। उन्होंने बताया कि नियमित पढ़ाई, मॉक टेस्ट, और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण उनकी सफलता का आधार रहा।
शक्ति दुबे की प्रेरणा और रोल मॉडल
शक्ति ने एक साक्षात्कार में बताया कि बीएचयू के हॉस्टल में रहते समय उन्हें पुलिस और प्रशासनिक सेवाओं की महत्ता का एहसास हुआ। उन्होंने महसूस किया कि एक IAS अधिकारी के रूप में वह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। उनके पिता उनके सबसे बड़े रोल मॉडल रहे, जिन्होंने अपनी मेहनत और कर्तव्यनिष्ठा से उन्हें प्रेरित किया।
यूपीएससी 2024: परिणाम और उपलब्धियां
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम 22 अप्रैल 2025 को घोषित किया गया। इस परीक्षा में कुल 1009 अभ्यर्थियों का चयन हुआ, जिनमें से शक्ति दुबे ने पहला स्थान हासिल किया। टॉप 5 में तीन महिलाएं शामिल थीं, जो यूपी की बेटियों की प्रतिभा को दर्शाता है।
- रैंक 1: शक्ति दुबे (प्रयागराज, उत्तर प्रदेश)
- रैंक 2: हर्षिता गोयल
- रैंक 3: डोंगरे अर्चित पराग
- रैंक 4: शाह मार्गी चिराग
- रैंक 5: आकाश गर्ग
शक्ति जल्द ही भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होंगी और देश सेवा का अपना सपना पूरा करेंगी।
शक्ति दुबे की सफलता के टिप्स
शक्ति ने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए हैं, जो उनकी तैयारी रणनीति को दर्शाते हैं:
- नियमित पढ़ाई और समय प्रबंधन: रोजाना 8-10 घंटे की केंद्रित पढ़ाई और समय का सही उपयोग जरूरी है।
- मॉक टेस्ट और रिवीजन: नियमित मॉक टेस्ट देना और नोट्स को बार-बार रिवाइज करना महत्वपूर्ण है।
- करंट अफेयर्स पर फोकस: समाचार पत्र, मैगजीन, और ऑनलाइन संसाधनों से अपडेट रहें।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: असफलताओं से हार न मानें और आत्मविश्वास बनाए रखें।
- ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन: अपने रुचि और पृष्ठभूमि के अनुसार ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनें।
शक्ति दुबे की सफलता का प्रभाव
शक्ति की सफलता ने न केवल उनके परिवार और गांव बलिया के रामपुर में खुशी की लहर दौड़ा दी, बल्कि पूरे देश में यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक मिसाल कायम की। उनके गांव में जश्न का माहौल है, और लोग उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं।
शक्ति की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। उनकी मेहनत, धैर्य, और दृढ़ संकल्प ने साबित कर दिया कि सही दिशा में किया गया प्रयास कभी विफल नहीं होता।
यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
शक्ति दुबे की सफलता से प्रेरित होकर यदि आप भी यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:
- परीक्षा पैटर्न समझें: यूपीएससी में प्रीलिम्स, मेन्स, और इंटरव्यू के तीन चरण होते हैं।
- सही संसाधन चुनें: एनसीईआरटी की किताबें, स्टैंडर्ड रेफरेंस बुक, और ऑनलाइन कोर्स उपयोगी हैं।
- करंट अफेयर्स: द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, और Yojana जैसी पत्रिकाएं पढ़ें।
- लिखित अभ्यास: मेन्स के लिए उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
- स्वास्थ्य का ध्यान: लंबी तैयारी के लिए मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य जरूरी है।
निष्कर्ष
शक्ति दुबे की यूपीएससी टॉपर बनने की यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है, जो मेहनत, धैर्य, और आत्मविश्वास की ताकत को दर्शाती है। प्रयागराज की इस बेटी ने न केवल अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया, बल्कि लाखों यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक आदर्श स्थापित किया। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि असफलताएं हमें कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत बनाती हैं।
यदि आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, तो शक्ति दुबे की रणनीति और टिप्स को अपनाएं और अपने सपनों को हकीकत में बदलें। क्या आपकी यूपीएससी यात्रा शुरू हो चुकी है? नीचे कमेंट में अपनी राय और अनुभव साझा करें!
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लेखक नोट: यह लेख यूपीएससी उम्मीदवारों को प्रेरित करने और शक्ति दुबे की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए लिखा गया है। नवीनतम अपडेट के लिए यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं।