पूर्व भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी भरत लाल को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के महासचिव के रूप में एक वर्ष का विस्तार दिया गया

पूर्व भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी भरत लाल को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के महासचिव के रूप में एक वर्ष का विस्तार दिया गया है।

यहाँ कुछ मुख्य बिंदु हैं:

  • बढ़ाया गया कार्यकाल: भारत सरकार के कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने श्री लाल के कार्यकाल को एक वर्ष के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है।
  • पिछला कार्यकाल: श्री लाल को जून 2023 में NHRC के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
  • नया कार्यकाल: विस्तार के साथ, श्री लाल अब जून 2025 तक NHRC के महासचिव के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
  • पद की जिम्मेदारियां: वह आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम करते हैं।

** श्री लाल के बारे में**:

  • वह गुजरात कैडर के 1988 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी हैं।
  • NHRC में शामिल होने से पहले, वह राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC)

संक्षिप्त परिचय

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) भारत सरकार का एक स्वायत्त संस्थान है जिसकी स्थापना 1993 में मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के तहत की गई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

NHRC का उद्देश्य

  • भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त और अंतर्राष्ट्रीय अनुबंधों में निहित जीवन, स्वतंत्रता, समानता और व्यक्ति की गरिमा से संबंधित अधिकारों की रक्षा करना।
  • मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों की जांच करना।
  • मानवाधिकारों के बारे में जन जागरूकता पैदा करना।
  • मानवाधिकारों के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देना।

NHRC की संरचना

  • अध्यक्ष: एक सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश या उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश होता है।
  • सदस्य: मानवाधिकारों के क्षेत्र में अनुभवी कम से कम एक व्यक्ति और अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का एक सदस्य होना चाहिए।

NHRC के कार्य

  • मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायतों की जांच करना।
  • जेलों और अन्य हिरासत स्थलों का दौरा करना।
  • मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों या प्राधिकरणों के खिलाफ सिफारिशें करना।
  • मानवाधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना।
  • मानवाधिकारों से संबंधित विषयों पर शोध को बढ़ावा देना।

NHRC की शक्तियां

  • सम्मन जारी करना और गवाहों की जांच करना।
  • दस्तावेजों और अभिलेखों की मांग करना।
  • किसी भी सरकारी कार्यालय का दौरा करना।

UPSC के लिए प्रासंगिकता

  • NHRC भारत में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है।
  • UPSC की परीक्षाओं में अक्सर मानवाधिकारों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, इसलिए NHRC की संरचना, कार्यों और शक्तियों को समझना महत्वपूर्ण है।
  • NHRC के कार्यों का मूल्यांकन और यह सुझाव देना भी पूछा जा सकता है कि इसका गठन कैसे और मजबूत बनाया जा सकता है।

अतिरिक्त जानकारी

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